-सुसंस्कृति परिहार
चुनाव परिणाम घोषित हुए चार दिन हो रहे हैं किंतु अब तक तीन भारी बहुमत से तथाकथित राज्यों में मुख्यमंत्री की घोषणा नहीं हो पाई है।इसकी क्या वजह है समझ से परे हैं जब आपका मैजिक कारगर रहा तो बना दीजिए किसी को भी, किसी की दम नहीं जो प्रतिरोध कर सके।लोकसभा हो या राज्यसभा सब जगह मोदी मोदी गूंज रहा है ये तीन विधानसभाएं भी जय-जयकार करने तत्पर बैठी हैं।
विलंब होने से तरह तरह की चर्चाएं होने लगीं हैं एक शिवराज ही हैं जिन्होंने अपने को मुख्यमंत्री पद से दूर किसी बड़े मिशन में लगा रखा है।सबसे पहले वे उस क्षेत्र में दाखिल होते हैं छिंदवाड़ा जो कांग्रेस का गढ़ है वहां दलित के घर भोजन करते हैं बहनों के पैर धोते हैं होते हैं और उन्हें आश्वस्त करते हैं कि 10 तारीख को उनकी किश्त खाते में पहुंच जायेगी।वे दूसरे दिन श्योपुर उड़ जाते हैं अपने मिशन में जुट जाते हैं। लोग अवाक है उनके कामों से कयास लगाए जा रहे हैं संघ उन्हें देश के प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल करने जा रहा है वहीं यह भी खबरें चल रहीं हैं कि मामा जनवरी में खाली होने वाले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की जुगत में हैं फिलहाल वे अभी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं।कहने का मतलब ये कि यहां रास्ता साफ है जल्द यहां मुख्यमंत्री घोषित कर दीजिए।
चर्चा तो यह भी है कि विजित हुए आपके द्वारा भेजे केन्द्र के मंत्री गण और राष्ट्रीय महासचिव सब एक से बढ़कर हैं और अपने क्षेत्र में यह वादा करके आए हैं कि जीतेंगे तो मुख्यमंत्री बनेंगे।वे तो हार कर वापिस दिल्ली जाना चाहते थे पर वे सब जीत गए अब उनका दावा पुख्ता बनता है।अब मुख्यमंत्री तो दो चार नहीं हो सकते डिप्टी सीएम भी कितने बनेंगे।
मध्यप्रदेश में यदि चयन में दिक्कत हो रही हो तो क्रांतिकारी साध्वी प्रज्ञा जी सबसे बेहतरीन मुख्यमंत्री हो सकती है।दो तीन डिप्टी सीएम हो जाएं।सब ठीक हो जाएगा।प्रज्ञा जैसी जुझारू नेत्री यहां की सब किलकिल दूर कर देगी
राजस्थान में तो स्थिति विकट है वसुंधरा जिसे अपनी जीत मानकर चल रही हैं वह सरासर ग़लत है वे फिर सचिन पायलट की ओर क्यों देख रही हैं वे राजस्थान अशोक गहलोत की तरह क्यों छोड़ना नहीं चाहती यह विचारणीय विषय है जांच करा लीजिए ईडी वगैरह कब काम आएंगे यह ज़िद अच्छी नहीं। वहां तो आपको एक महंत बाबा बालक दास भी मिल चुके हैं संतमंडलियां, अखाड़े बात उनके साथ हैं चूकिए नहीं इससे बढ़िया मुख्यमंत्री नहीं मिलेगा। वसुंधरा यदि मान जाएं तो उन्हें डिप्टी सी एम् बना दें।पायलट आ जाएं तो उन्हें भी डिप्टी सीएम बना लें। भविष्य के लिए बेहतर रहेगा गोरखपंथी ,भक्त सब बढ़िया माहौल बनाएंगे2024के लिए।
छत्तीसगढ़ में महिला मुख्यमंत्री होना ही चाहिए वह भी बस्तर से हो बहुत ही बेहतर।सारे प्राकृतिक संसाधनों को आपके मित्र अडानी आसानी से हथिया लेंगे।महिला मुख्यमंत्री विरोध नहीं कर पाएगी।
उम्मीद करती हूं मेरे दिए। सुझाव पर शीध्र अमल करते हुए जल्द ही मुख्यमंत्रियों को शपथ दिलाएंगे।बाद में शिवराज जिस किसी बड़े मिशन में जुटे हैं उसकी ख़बर लें वरना फिर ना कहना चूक हो गई। शुभचिंतक।