पूरी दुनिया में ब्याज दरों और महंगाई का उच्च स्तर अगले कुछ महीने तक ऊपर बने रहने की उम्मीद है। इस बीच, उच्च महंगाई के मामले में शीर्ष देशों में भारत तीसरे स्थान पर है। बैंक ऑफ बड़ौदा की रिपोर्ट के अनुसार, रूस व दक्षिण अफ्रीका महंगाई से सबसे अधिक प्रभावित हैं। रूस में महंगाई दर 7.5 फीसदी व दक्षिण अफ्रीका में 5.9 फीसदी है। तीसरे स्थान पर काबिज भारत में नवंबर में महंगाई दर 5.6 फीसदी रही है। ऑस्ट्रेलिया में यह 5.4 फीसदी, सिंगापुर में 4.7 फीसदी व ब्राजील में 4.7 फीसदी है।आंकड़ों के मुताबिक, चीनी की कीमत नवंबर, 2022 की तुलना में नवंबर, 2023 में 41 फीसदी बढ़ी है। एक साल की इस अवधि में चावल 36 फीसदी महंगा हुआ है। उधर, कई देशों में तनाव से पूरी दुनिया में कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस व कोयला की कीमतों में भारी गिरावट आई है।
चीनी 41 फीसदी महंगी
आंकड़ों के मुताबिक, चीनी की कीमत नवंबर, 2022 की तुलना में नवंबर, 2023 में 41 फीसदी बढ़ी है। एक साल की इस अवधि में चावल 36 फीसदी महंगा हुआ है। उधर, कई देशों में तनाव से पूरी दुनिया में कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस व कोयला की कीमतों में भारी गिरावट आई है। एक साल में ब्रेंट क्रूड 8.7 फीसदी, कोयला 62.9 फीसदी और प्राकृतिक गैस 55.4 फीसदी सस्ता हुआ है।
दिसंबर में भी ऊंची रहेगी मुद्रास्फीति दर
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में पिछले कुछ महीनों से घट रही महंगाई को बढ़ाने में खाद्य पदार्थों की कीमतों की बड़ी भूमिका है। नवंबर में बढ़ने के बाद दिसंबर में भी खुदरा महंगाई दर से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। यह अलग बात है कि दो फीसदी घट-बढ़ के साथ खुदरा महंगाई दर फिलहाल आरबीआई के बैंड से नीचे है, लेकिन उसके चार फीसदी लक्ष्य से अब भी 1.5 फीसदी अधिक है।
अमेरिका समेत इन देशों में सबसे कम है महंगाई
हरजीत सिंह अरोरा, एमडी, मास्टरट्रस्ट ने बताया कि भारत सबसे तेज बढ़ती जीडीपी है। तमाम कारकों के बीच भी अगले साल यह तेजी से बढ़ेगी। महंगाई जरूर चिंता का विषय है, पर अगले साल इसमें भी कमी आएगी।