अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने अधूरे राम मंदिर के निर्माण में प्राण प्रतिष्ठा करने और बीजेपी पर राजनीतिक लाभ लेने के आरोप लगाकर न्योता अस्वीकर कर दिया। इस पर कांग्रेस घिरती नजर आ रही है। मध्यप्रदेश के धार जिले के प्रवक्ता ने इस फैसले पर आपत्ति व्यक्त करते हुए कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे में उन्होंने लिखा है कि पार्टी के इस फैसले से मुझे आघात लगा है। इस मुद्दे पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी केंद्रीय नेताओं के बचाव में आ गए हैं। पटवारी ने कहा है कि राम मंदिर का निर्माण पूरा होने पर एक लाख से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता भगवान श्रीराम के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे। केंद्रीय नेतृत्व भी दर्शन करना चाहता है।
कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में जाने से इनकार कर दिया। इस बीच मध्यप्रदेश के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने शुक्रवार को मीडिया में अपनी प्रतिक्रिया दी है। जब जीतू पटवारी से सोनिया गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अयोध्या जाने से इनकार करने पर प्रतिक्रिया पूछी तो पटवारी ने कहा है कि भगवान राम हमारी आस्था के केंद्र हैं। भारत और राम एक हैं। विश्वास अंतरात्मा की बात है। सौ फीसदी परिवार जो भगवान राम को मानते हैं, वे दर्शन के लिए जाएंगे, लेकिन तब जाएंगे जब मंदिर पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा और प्राण प्रतिष्ठा भी पूरी हो जाएगी। पटवारी ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व भी दर्शन करने जाना चाहता है। मध्यप्रदेश से लाखों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता अयोध्या जाएंगे। वे खुद भी जाएंगे और कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में अयोध्या पहुंचेंगे।
पटवारी ने कहा है कि मध्यप्रदेश से लाखों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता राम मंदिर दर्शन के लिए जाएंगे। पटवारी ने कहा कि वे स्वयं भी तब जाएंगे जब राम मंदिर पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो जाएगी। पटवारी शुक्रवार को शिवपुरी में मीडिया से बात कर रहे थे।