मध्य प्रदेश की सियासत से जुड़ी इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है। लोकसभा चुनाव से पहले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से मध्य प्रदेश कांग्रेस के कई नेताओं को समन भेजा गया। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के 50 से अधिक नेताओं को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से समन जारी किया गया है। सभी कांग्रेस नेताओं को 13 फरवरी की शाम 5 बजे दिल्ली इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के मुख्यालय में बुलाया गया है। साथ ही कुछ नेताओं को पेश होने के लिए अलग तारीखें दी गई हैं।
युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया को भी डिपार्टमेंट से समन भेजा गया है। साथ ही 2019 मे भिंड लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे देवाशीष झारिया को भी नोटिस जारी हुआ है। इन दोनों नेताओं को अलग-अलग तारीखों पर बुलाया गया है। देवाशीष झारिया को 13 फरवरी और विक्रांत भूरिया को 21 फरवरी के दिन बुलाया गया है।
आईटी की ओर से भेजे गए ज्यादातर नोटिसों की खास बात ये है कि ये अधिकतर उन नेताओं को भेजा गया है, जो पिछला लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। कांग्रेस के सीनियर नेताओं को भी यही नोटिस दिया गया है। समन में कहा गया है कि जब तक पूछताछ चलेगी तबतक इन नेताओं को इनकम टैक्स दफ्तर में ही रहना होगा। अधिकारी से परिमशन के बिना उन्हें दफ्तर से जाने की अनुमति नहीं होगी। सभी नेताओं को पिछले 7 साल में लेनदेन का हिसाब-किताब लेकर आने के निर्देश दिए गए हैं। 2014 से 2021 पिछले 7 साल की वित्तीय लेनदेन के सभी कागजात लेकर बुलाया गया है।
कांग्रेस नेता सरकार पर लगाया परेशान करने का आरोप
इनकम टैक्स की ओर से नोटिस मिलने के बाद कांग्रेस नेता देवाशीष झारिया ने केंद्र सरकार पर परेशान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार विपक्ष के नेताओं को परेशान करने का प्रयास कर रही है। उन्हें ललगातार ईडी और आईटी का डर दिखाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम इस समन से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने ये भी कहा कि आईटी के अधिकारियों के खिलाफ वो अनुसूचित जाति के तहत केस दर्ज करवाएंगे।