मप्र में शनिवार को भी मौसम ने कई रंग दिखाए। कहीं पर बारिश और ओलावृष्टि हुई तो कहीं पर तेज धूप रही। प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 33.4°C धार में दर्ज किया गया तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 14 °C नरसिंहपुर में दर्ज किया गया। बेमौसम हो रही बारिश और ओलावृष्टि ने खेतों में फसलें बिछा दी हैं और किसानों के आंसू निकल आए हैं।
बारिश ओले से नुकसान हुआ
शिवपुरी में शनिवार को अचानक मौसम में बदलाव देखा गया और झमाझम बारिश के बीच बड़े-बड़े ओले गिरे हैं। इस ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। खासकर खेतों में खड़ी गेहूं,सरसों, चना, मसूर की फसल को इस ओलावृष्टि ने भारी नुकसान पहुंचा है। दमोह में अचनाक से मौसम ने करवट लिया है। यहां शनिवार सुबह से ही तेज बारिश का दौर जारी रहा, जिससे फिर किसानों पर मुसीबत आ गई है। क्योंकि तीन दिन पहले हुई बारिश से चना और गेंहू सहित अन्य दलहनी फसलों को नुकसान हुआ है और अधिकारी भी सर्वे करने पहुंच रहे हैं। वहीं शनिवार को भी अनेक क्षेत्रों में हुई बारिश से किसानों की फसलें खेतों में ही बिछी हुई हैं।
फिर आएगा विक्षोभ
वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उसके आसपास चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में मौजूद है। इसके साथ ही इस चक्रवातीय परिसंचरण से लेकर पश्चिमोत्तर अरब सागर तक मध्य क्षोभमंडल में ट्रफ लाइन विस्तृत है। इनके प्रभाव में दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के साथ अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। 5 मार्च 2024 से अगले पश्चिमी विश्व के सक्रिय होने की संभावना बनी हुई है।