48 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट, 4 साल में 72% तक बढ़ीं आवासीय प्रॉपर्टी की कीमतें
इंदौर/भोपाल
टियर-2 शहरों में शुमार इंदौर में फिलहाल करीब 48 हजार करोड़ के रियल एस्टेट प्रोजेक्ट चल रहे हैं। शहर के अलग-अलग इलाकों में करीब 60 हजार रेसीडेंशियल, कमर्शियल और मिक्स्ड निर्माण हो रहे हैं। हाउसिंग प्रॉपर्टीज की बढ़ती मांग के कारण ही बीते 4 सालों में 30 टू-टियर या मंझोले बाजारों में मकान की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। नतीजा ये रहा कि भोपाल में आवासीय प्रॉपर्टीज की कीमतें चार साल में 52%, जबकि इंदौर में 72% तक बढ़ी हैं। वर्ष 2023-24 में आए प्रोजेक्ट्स के एवरेज ऑफर रेट की तुलना 2019-20 की दरों से करने पर ये आंकड़ा सामने आया है। मप्र में केवल इंदौर इन 30 बाजारों की रेटिंग में टॉप-10 बाजारों में शामिल है। इन 30 मझोले बाजारों में भोपाल-इंदौर, नागपुर, नासिक, सूरत, वड़ोदरा, गांधी नगर, अहमदाबाद, मोहाली, अमृतसर, लुधियाना, चंडीगढ़, पानीपत, जयपुर आदि शामिल हैं। क्रेडाई सचिव अतुल झंवर ने बताया कि इंदौर अब भी रियल एस्टेट के मामले में प्रदेश में डिमांड में नंबर 1 पर है।
जानिए… कहां कितनी बढ़ीं कीमतें
पहले महानगर ही थे बड़े बाजार
लुधियाना 89%
-देहरादून 68%
आगरा 94%
चंडीगढ़ 70%
देश के 30 में से 24 टियर टू शहरों में रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी की कीमतें दो डिजिट में, जबकि बाकी 6 शहरों में सिंगल डिजिट में बढ़ी हैं। रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ऐसा केवल मांग में आई तेजी के कारण हुआ है। इससे पहले देश के ज्यादातर महानगर ही रियल एस्टेट का मुख्य बाजार हुआ करते थे।
अहमदाबाद 60%
इंदौर 72%
मैंगलोर- 57%
भोपाल 52%
भुवनेश्वर
भविष्य की संभावनाएं 58%
तिरुवनंतपुरम 54%
2047 तक की नई विकास योजनाओं और बुनियादी ढांचे में सुधार के साथ रियल एस्टेट अधिक निवेश आकर्षित करेगा। आने वाले वर्षों में प्रॉपर्टी की मांग व कीमतों में तेजी की उम्मीद है। • मनोज मीक, शहरी विकास विशेषज्ञ