जब वह राष्ट्रपति चुने जाने पर नेट के समक्ष अपना पहला भाषण देने खड़े हुए तो एक सीनेटर ने ऊँची आवाज़ में कहा…
मिस्टर लिंकन याद रखो कि तुम्हारे पिता, मेरे और मेरे परिवार के जूते बनाया करते थे…!! इसी के साथ सीनेट भद्दे अट्टहास से गूँज उठी… लेकिन लिंकन किसी और ही मिट्टी के बने हुए थे..!!
उन्होंने कहा कि मुझे मालूम है कि मेरे पिता जूते बनाते थे ! सिर्फ आप के ही नहीं यहां बैठे कई माननीयों के जूते उन्होंने बनाये होंगे ! वह पूरे मनोयोग से जूते बनाते थे, उनके बनाये जूतों में उनकी आत्मा बसती है, अपने काम के प्रति पूर्ण समर्पण के कारण उनके बनाये जूतों में कभी कोई शिकायत नहीं आयी…!! क्या आपको उनके काम से कोई शिकायत है ? उनका पुत्र होने के नाते मैं स्वयं भी जूते बना लेता हूँ और यदि आपको कोई शिकायत है तो मैं उनके बनाये जूतों की मरम्मत कर देता हूं…!! मुझे अपने पिता और उनके काम पर गर्व है…!!
सीनेट में उनके ये तर्कवादी भाषण से सन्नाटा छा गया और इस भाषण को अमेरिकी सीनेट के इतिहास में बहुत बेहतरीन भाषण माना गया है…।