नई दिल्ली/जयपुर/भोपाल । नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने मंगलवार को पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और चंडीगढ़ के 30 ठिकानों पर छापा मारा है। एनआईए खालिस्तान-गैंगस्टर केस में एक्शन ले रही है।
इसके अलावा एनआईए के पास इनपुट है कि इन चार राज्यों में कई बदमाश ऐसे हैं जो लॉरेंस बिश्नोई और उसके जैसे ही गैंगस्टर्स के साथ जुड़े हैं। ये बदमाश गैंगस्टर्स के कहने पर रंगदारी-फायरिंग जैसी घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में थे। छापेमारी के लिए एनआईए की टीम सुबह करीब 5-6 बजे ही अलग-अलग राज्यों की पुलिस के साथ संदिग्धों के ठिकानों पर पहुंच गई थीं। मध्य प्रदेश के भोपाल और पंजाब के फरीदकोट में टीम ने दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है। एनआईए को संदेह है कि इन बदमाशों के विदेश में बैठे गैंगस्टर्स से भी तार जुड़े हैं।
आज सुबह से इन ठिकानों पर छापेमारी चल रही है। संबंधित राज्य पुलिस बलों के साथ निकट समन्वय में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन में कई एनआईए टीमों को लगाया गया था। एनआईए ने मामले में पहले पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के बाद मिली जानकारी के आधार पर इससे जुड़े संदिग्धों के परिसरों पर छापेमारी की।
एजेंसी ने 6 जनवरी को देश में आतंकवादी-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर गठजोड़ को ध्वस्त करने के लिए बड़ा कदम उठाया और खूंखार गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के संगठित आतंकी-अपराध सिंडिकेट के सदस्यों के स्वामित्व वाली चार संपत्तियों को जब्त कर लिया।
गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के प्रावधानों के तहत हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में एनआईए टीमों द्वारा समन्वित छापेमारी में संपत्तियों को कुर्क किया गया।