प्योंगयांग के नवीनतम अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपातकालीन बैठक में उत्तर कोरिया व रूस की अमेरिका, दक्षिण कोरिया और उनके सहयोगियों के से भिड़ंत हो गई। उत्तर कोरिया ने इस परीक्षण को अमेरिका व अन्य शत्रुतापूर्ण खतरों के लिए जवाबी उपाय बताया। उत्तर कोरिया के राजदूत किम सोंग ने कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप पर सैन्य-सुरक्षा परिदृश्य में यह सबसे खतरनाक वर्ष है। रूस ने भी उत्तर कोरिया का साथ दिया।
सोंग ने अमेरिका-दक्षिण कोरियाई सैन्य अभ्यास बढ़ाने और अमेरिका द्वारा परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियों की तैनाती की ओर इशारा किया। जबकि अमेरिका व दक्षिण कोरिया ने कहा कि उत्तर कोरिया ने क्षेत्र में परमाणु युद्ध का ख़तरा पैदा कर दिया है। अन्य देशों के राजनयिकों से घिरे अमेरिकी उप राजदूत रॉबर्ट वुड ने परिषद की बैठक से ठीक पहले पढ़े एक बयान में, 10 देशों द्वारा 17 दिसंबर को नवीनतम परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च व उससे पहले के सभी लॉन्च की निंदा की। जबकि उत्तर कोरिया ने चेताया कि यदि अमेरिका व दक्षिण कोरिया ने सैन्य खतरे की कार्रवाई जारी रखीं तो उनका देश मूक दर्शक नहीं बना रहेगा। वह भी प्रतिक्रियात्मक कार्रवाई करेगा।
अमेरिका ने द. कोरिया व जापान के साथ किया संयुक्त युद्धाभ्यास
अमेरिका ने उत्तर कोरिया के खिलाफ ताकत दिखाने के लिए बुधवार को दक्षिण कोरिया और जापान के साथ साझा अभ्यास के तहत लंबी दूरी का बमवर्षक विमान उड़ाया। इससे एक दिन पूर्व उत्तर कोरिया ने पांच महीने में अपनी पहली अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था। दक्षिण कोरिया ने कहा, साझा अभ्यास में बी-1बी बमवर्षक और दक्षिण कोरियाई और जापानी लड़ाकू विमान शामिल थे। बी-1बी अमेरिकी बमवर्षक को 13वीं बार कोरियाई प्रायद्वीप के पास और उसके ऊपर अस्थायी रूप से तैनात किया गया है।