एस पी मित्तल,अजमेर
14 सितंबर को जयपुर में हुए हिन्दी दिवस के सरकारी समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव भी उपस्थित रहे। इससे पहले 13 सितंबर को भी राजेंद्र यादव दिनभर मुख्यमंत्री के साथ रहे। 13 सितंबर को सीएम गहलोत ने प्रदेश के उपखंड में ग्रामीण ओलंपिक खेलों के समारोह में भाग लिया। इस दौरान हेलीकॉप्टर में राजेंद्र यादव भी साथ रहे। जानकारों की मानें तो मंत्री यादव की हौसला अफजाई के लिए सीएम गहलोत सरकारी दौरों में साथ रख रहे हैं। राजेंद्र यादव पिछले एक वर्ष से मंत्री हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ, जब उन्होंने सीएम के साथ लगातार यात्रा की हो। सूत्रों के अनुसार विगत दिनों यादव के परिवार से जुड़े सदस्यों के कारोबारी ठिकानों पर आईटी की रेड हुई, इसमें करीब 100 करोड़ से भी ज्यादा अघोषित संपत्ति का पता चला। हालांकि रेड के पहले दिन राजेंद्र यादव गुस्से में भी नजर आए और आरोप लगाया कि राजनीतिक द्वेषता की वजह से उनके परिवार के सदस्यों पर आयकर विभाग छापेमार रहे हैं। यादव का कहना रहा कि सरकार की मिड डे मील योजना में उनके परिवार की ओर से कोई सप्लाई नहीं दी जाती है। उनका कारोबार पिछले 50 वर्ष से चल रहा है। परिवार की फैक्ट्रियों में पैकिंग के काम में आने वाली सामग्री तैयार होती है, लेकिन आयकर विभाग को यह भी पता चला कि बागन कंपनियां बना कर मिड डे मील योजना में सप्लाई भी दिखाई गई। यही वजह रही कि 14 सितंबर को राजेंद्र यादव के स्वर बदले हुए थे। यादव ने कहा कि आयकर विभाग के छापों का मामला कारोबार से जुड़ा पाया है। ऐसा होता रहता है। 14 सितंबर को यादव ने छापामार कार्यवाही पर कोई नाराजगी नहीं जताई। प्रायोजित तरीके से मीडिया कर्मियों को राजेंद्र यादव सरकारी आवास पर बुलाया और कैमरे के सामने यह जताने की कोशिश की कि छापेमारी से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है। सीएम गहलोत भी यादव को इसलिए अपने साथ सरकारी दौरे करवा रहे हैं ताकि उनकी हौसला अफजाई हो सके। गहलोत भी यह दिखाने चाहते हैं कि छापों से सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।