राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने शुक्रवार को कहा कि महात्मा गांधी महान रणनीतिकार थे और वह अपने समय से बहुत आगे की सोचते थे। साथ ही वह स्वतंत्रता संग्राम के दौरान क्रूर ताकतों के खिलाफ नरम शक्ति के इस्तेमाल के महत्व को बखूबी जानते थे। एनएसए डोभाल ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर की लिखी किताब ‘गांधी: ए लाइफ इन थ्री कैंपेन्स’ के विमोचन कार्यक्रम में ये बातें कही। अकबर की किताब की प्रस्तावना पूर्व विदेश मंत्री के. नटवर सिंह ने लिखी है।
न्होंने कहा कि महात्मा गांधी महान रणनीतिकार थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद लोगों को यह अहसास होने लगा था कि पाशविक बल के अन्य विकल्प भी हो सकते हैं। गांधीजी को अहसास हुआ कि उनकी नैतिक शक्ति, कहीं अधिक कठोर शक्ति को परास्त करने में सक्षम होगी। अब शोध में पाया गया है कि ऐसी कई शक्तियां हैं जो नरम शक्ति का प्रयोग करने के बाद महान बन गईं। उन्होंने यह भी कहा कि महात्मा गांधी के पास समय से बहुत आगे सोचने की शक्ति थी। डोभाल ने कहा कि यह किताब उन्हें महान श्रद्धांजलि है। अकबर की किताब की प्रस्तावना पूर्व विदेश मंत्री के. नटवर सिंह ने लिखी है।