*किसान संगठनों ने कहा कि 1 जून के बजाय इस आदेश को तत्काल लागू किया जाए*
*इंदौर ।लगातार व्यापारियों द्वारा किसानों की उपज खरीदने के बाद उनका भुगतान करने में टालम टोल करने के मामले को लेकर किसान संगठन सक्रिय थे। संयुक्त किसान मोर्चा और उससे जुड़े किसान संगठनों द्वारा जहां व्यापारियों द्वारा फसल खरीदने के बाद तत्काल भुगतान का दबाव बनाया जा रहा था वही ₹ दो लाख तक की फसल का उसी दिन नगद भुगतान किए जाने की भी मांग की जा रही थी। जिसको लेकर पूर्व में मंडी बोर्ड और मंडी समिति ने कई आदेश निकाले थे ,लेकिन उनका पालन नहीं हो रहा था ।आज फिर किसान संगठनों की पहल पर मंडी सचिव ने छावनी अनाज मंडी, लक्ष्मी नगर अनाज मंडी और चोइथराम सब्जी मंडी एवं फल मंडी के अधिकारियों को आदेशित किया है कि 1 जून से ₹200000 तत्काल किसानों को नगद भुगतान किया जाए तथा शेष राशि आरटीजीएस के माध्यम से दी जाए।*
*संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक रामस्वरूप मंत्री और किसान मजदूर सेना मध्य प्रदेश के अध्यक्ष बबलू जाधव ने बताया कि मंडी सचिव ने अपने आदेश में पूर्व में मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक और मंडी समिति द्वारा दिए गए आदेशों का भी हवाला दिया है तथा कहा है कि इसे लागू नहीं करने वाले, पालन नहीं करने वाले व्यापारी पर मंडी अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी* ।
*संयुक्त किसान मोर्चा के इंदौर इकाई के संयोजक रामस्वरूप मंत्री और किसान मजदूर सेना मध्य प्रदेश के अध्यक्ष बबलू जाधव एवं महासचिव शैलेंद्र पटेल ने कहा है कि मंडी समिति का यह आदेश स्वागत योग्य जरूर है ,लेकिन इसे 10 दिन बाद लागू करने के बजाय तत्काल लागू करना चाहिए और पूर्व में जिन व्यापारियों ने माल खरीद पर अभी तक भुगतान नहीं किया है उनसे मंडी समिति द्वारा तत्काल भुगतान कराए जाने का प्रयास करना चाहिए* ।
*किसान नेताओं ने यह भी कहा है कि यदि नगद भुगतान की व्यवस्था तत्काल नहीं की जाती है तो किसानों का आक्रोश और बढ़ेगा और किसान संगठन उस आक्रोश को व्यक्त करने के लिए आंदोलन की राह पर जाएंगे , जिसकी संपूर्ण जवाबदारी मंडी समिति की होगी* ।