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बदलियां गल्ला (पहाड़ी कविता)

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अज्ज कल बदलना लग्गियां
तेरियां गल्लां
तेरे शहरे दे मौसमे सैंई।

अज्ज कल बदलना लग्गा।
तेरा अंदाज
गिरगिटे दे रंगे सैंई।

अज्ज कल बदलना लग्गा
तेरा प्यार
तेरे रुसदे चेहरे सैंई।

अज्ज कल बदलना लग्गा
तेरा व्यवहार
तेरियां नजरा सैंई।

अज्ज कल बदलना लग्गे
तेरे जज्बात
तेरे लफ्जां सैंई।

अज्ज कल बदलना लग्गी
मेरी अहमियत
तेरी बदलिया सोच्चा सैंई।

डॉ.राजीव डोगरा
(युवा कवि व लेखक)
पता-गांव जनयानकड़
पिन कोड -176038
कांगड़ा हिमाचल प्रदेश

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