डॉ. प्रिया
पेट के अगले हिस्से लटकी हुई चर्बी की थैली बार-बार आपका ध्यान वहीं ले जाती होगी। लंबे समय तक बैठना, एक्सरसाइज की कमी, तनाव और अन्य स्थितियां पेट की इस चर्बी के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं।
20 के दशक में इसे कंट्रोल करना या कम करना जितना आसान होता है, 40 के बाद यह उतना ही मुश्किल हो सकता है। इस उम्र तक आते हमारा शरीर बहुत सारे बदलावों का सामना कर रहा होता है।
इसलिए यह जरूरी है कि बैली फैट को ज्यादा बढ़ने से पहले ही कंट्रोल कर लिया जाए।
पेट की चर्बी, शरीर की वसा का एक प्रकार है, जो सबसे ज्यादा पेट के अगले हिस्से में नजर आती है। इसके साथ ही यह कमर और हिप एरिया में भी फैट जमाव को बढ़ा सकती है।
*क्यों तेजी से बढ़ने लगती 40 के बाद पेट की चर्बी?*
सबसे पहले, उम्र बढ़ने के साथ हमारा शरीर कैलोरी बर्न करने में कम सक्षम हो जाता है।
दूसरा, जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारी मांसपेशियां कम होने लगती हैं, जो आगे आपके मेटाबॉलिज्म को भी कम कर देती है।
*1. हार्मोन :*
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, हमारे शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है।
दुर्भाग्य से, यह हार्मोन मांसपेशियों के निर्माण और वसा को जलाने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
*2. मेनोपॉज :*
पीरियड के बाद आपको खतरनाक मेनोपॉज से भी जूझना पड़ता है।
यह अतिरिक्त वसा पेरिमेनोपॉज़ और मेनोपॉज के दौरान कमर के आसपास जमा हो जाती है।
*3. तनाव :*
40 के बाद, हमारा मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, और हमारी मांसपेशियां कम होने लगती हैं। और अगर हम बहुत अधिक तनाव में हैं, तो यह चीजों को और भी बदतर बना सकता है।
जब हम तनावग्रस्त होते हैं, तो हमारे शरीर से कोर्टिसोल नामक हार्मोन निकलता है।
हमारे इन टिप्स को अपना कर 40 के बाद भी कम की जा सकती है पेट की चर्बी :
*1. बीएमआई चेक करें :*
सबसे पहले तनाव के कारणों को समझें और उन्हें मैनेज करें
तनाव वजन बढ़ने के प्रमुख कारणों में से एक है, खासकर पेट क्षेत्र में।
जब हम तनावग्रस्त होते हैं, तो हमारे शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का उत्पादन होता है, जिससे भूख बढ़ सकती है और उच्च कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों को खाने की क्रेविंग हो सकती है। कोर्टिसोल शरीर को पेट के क्षेत्र में वसा जमा करने के लिए भी प्रोत्साहित करता है।
तनाव को प्रबंधित करने के कई तरीके हैं, और जो एक व्यक्ति के लिए काम करता है वह दूसरे के लिए काम नहीं कर सकता है। लेकिन कुछ सरल तनाव-प्रबंधन तकनीकों में योग, ध्यान और गहरी सांस लेने के व्यायाम जैसी चीज़ें शामिल हैं।
*2. आहार में प्रोटीन का सेवन बढ़ाएं :*
प्रोटीन का सेवन बढ़ाने से आपको पेट की चर्बी कम करने में मदद मिल सकती है। एक अध्ययन कियागया जिसमें पाया गया कि जो लोग अधिक प्रोटीन खाते हैं उनके पेट की चर्बी उन लोगों की तुलना में कम होती है जो कम प्रोटीन वाला आहार खाते हैं।
इसलिए, यदि आप अपने पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम करना चाहते हैं, तो अपने आहार में भरपूर मात्रा में प्रोटीन शामिल करना सुनिश्चित करें।
आप अपने भोजन में लीन मीट, पोल्ट्री, मछली, टोफू, बीन्स, दाल, अंडे और डेयरी उत्पाद शामिल हैं। आप बादाम, अखरोट और कद्दू के सीड्स जैसे नट्स और बीजों से भी प्रोटीन ले सकते है।
*3. शराब सेवन सीमित करें :*
यदि आप पेट की चर्बी कम करना चाहते हैं, तो आप शराब का सेवन सीमित करने पर विचार कर सकते हैं। जबकि एक गिलास वाइन या बीयर आनंददायक हो सकती है, लेकिन अधिक मात्रा में पीने से वजन बढ़ सकता है।
शराब में कैलोरी होती है जो तेजी से वजन को बढ़ा सकती है और शरीर में वसा को बर्न करने में परेशानी बन सकती है।
*4. नमक का सेवन कम करें :*
नमक का सेवन कम करने से भी आपको वजन कम करने में मदद मिल सकती है।
जब आप बहुत अधिक नमक का सेवन करते हैं, तो आपका शरीर नमक की सांद्रता को कम करने के लिए पानी को बरकरार रखता है।
इससे वजन बढ़ सकता है, क्योंकि पानी आपके पेट क्षेत्र में वजन और मात्रा जोड़ता है। अपने नमक का सेवन कम करके, आप जल प्रतिधारण को कम करने और अपने पेट को सिकोड़ने में मदद कर सकते हैं।
*4. फिजिकल एक्टिविटी जरूरी :*
वजन को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है प्रशिक्षण है। जब आप वजन उठाते हैं, तो आपका शरीर अधिक ऊर्जा का उपयोग करता है। इसका मतलब यह है कि आपका शरीर अधिक कैलोरी जलाएगा, तब भी जब आप कसरत नहीं कर रहे हों।
इसके अलावा, शक्ति प्रशिक्षण दुबली मांसपेशियों के निर्माण में मदद करता है।
मांसपेशियां वसा की तुलना में अधिक कैलोरी बर्न करती हैं, इसलिए आपके पास जितनी अधिक मांसपेशियां होंगी, आप पूरे दिन में उतनी ही अधिक कैलोरी बर्न करेगी।
*5. सेक्सुअलिटी को मरने नहीं दें :*
तन को मन चलाये, मन को तन नहीं. मन कभी बूढा नहीं होता. यह नहीं सोचें की आप आपकी उम्र सेक्स की नहीं रही. सेक्स आपकी केलोरी बर्न करता है, आपको हेल्थी रखता है, मन को प्रफुल्लित रखता है और तन को भी आरोग्य देता है.
इसलिए सेक्स की भावना को पूर्व की अपेक्षा और अधिक विस्तार दें. पार्टनर रूचि नहीं ले रहा या अक्षम है तो ऑप्सन तलाशें. आपको जिंदादिल रहना है, जिंदालाश नहीं.