फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने और स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने की मांग को लेकर किसानों की ओर से किए जा रहे आंदोलन के बीच लुधियाना में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले पंजाब के 32 संगठनों की बैठक के दौरान 20, 21 और 22 फरवरी को राज्य के सभी भाजपा नेताओं के घरों का घेराव करने का फैसला किया गया है। इन तीनों दिन प्रदेश के सभी टोल प्लाजा फ्री किए जाएंगे। हालांकि डेरा बल्लां के प्रमुख की अपील पर श्री गुरु रविदास जयंती के मद्देनजर इस दौरान ट्रेनों को नहीं रोका जाएगा। इसके अलावा, 22 फरवरी को राष्ट्रीय स्तर पर किसान संगठनों की दिल्ली में बैठक होगी और इस दौरान देश भर में व्यापक आंदोलन किए जाने पर फैसला लिया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए किसान नेताओं बलबीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल, बलकरण बराड़ और जोगिंदर सिंह उगराहां ने केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसानों की बैठक के संदर्भ में भी बड़ा ऐलान किया। बलवीर सिंह राजेवाल ने स्पष्ट किया कि उन्हें स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट के संदर्भ में C2 का फार्मूला ही मान्य होगा।
इसी तरह 20, 21 और 22 फरवरी को भाजपा नेताओं के घरों के बाहर प्रदर्शन के सिलसिले में जिस जिले में कोई भाजपा नेता नहीं होगा, वहां डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के बाहर रोष प्रदर्शन किया जाएगा। जबकि बीकेयू उगराहां की ओर से टोल फ्री किए जाने का सिलसिला 22 फरवरी तक जारी रहेगा। इस दौरान उन्होंने एमएसपी, स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट, कर्ज माफी, पेंशन दिए जाने इत्यादि से जुड़ी किसानों की मांगों को एक बार फिर से दोहराया। उन्होंने कंबाइनों को हरियाणा की सीमा पार करने के लिए छूट दिए जाने की मांग भी की। इसी तरह उन्होंने नर्सों के आंदोलन का समर्थन भी किया।
गौरतलब है कि एसकेएम गैर राजनीतिक की ओर से किसानों की अलग-अलग मांगों को लेकर संघर्ष किया जा रहा है। जिसके चलते हरियाणा की सीमाओं पर टकराव की स्थिति बनी हुई है।