वायरल हुए पत्र ने उड़ाई संघ और भाजपा आलाकमान की नींद
*जेपी नडडा, शिवराज सिंह चौहान को भेजी है चिट्ठी*
*विजया पाठक,
आजकल एक वायरल हुए पत्र ने भाजपा और खासतौर पर आरएसएस के शीर्ष नेतृत्व की नींद उड़ा रखी है। एक तथाकथित पत्र में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के ऊपर आरोप लगा है कि विष्णुदत्त शर्मा रात 10 के बाद भाजपा नेत्री के ग्रीन मंडोस अरेरा हिल्स स्थित घर पर जाते हैं और रात में पार्टी वगैरह करते हैं। इस बात की शिकायत ग्रीन मंडोस कैंपस, अरेरा हिल्स भोपाल के समस्त रहवासियों ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ-साथ प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, संगठन मंत्री हितानंद शर्मा और सुमित पचौरी भाजपा जिलाध्यक्ष को की है। चिट्ठी में साफतौर पर इस बात का जिक्र किया गया है कि वीडी शर्मा व अन्य मंत्री, विधायक व नेता रोज रात 10 बजे के बाद अरेरा हिल्स स्थित ग्रीन मेडोज कॉलोनी में रहने वाली एक महिला के घर आते हैं। इस घर में देर रात तक पार्टियां चलती हैं जिससे आसपास के रहवासियों को समस्या होती है। हम इस चिटठी की सत्यता पर विश्वास पर मुहर तो नहीं लगा रहे हैं लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि जहां आग लगती है वहीं धुंआ उठता है। पूरी कालोनी वालों ने यह चिटठी लिखी है। कुछ न कुछ तो है जो कई तरह के इशारे कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसा क्या है उस घर में जो प्रभावशाली लोग रोज वहां अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने जाते हैं। वैसे इस चरित्र हनन की चिट्ठी की सत्यता पर जांच होनी चाहिए और वास्तव में यह चिट्ठी कल्चर राजनीति के लिए घातक होता है। राजनीतिक और प्रभावशाली लोगों पर समय-समय पर अलग-अलग तरह के आरोप लगते रहे हैं। कभी यह आरोप उनकी कार्यशैली से जुड़े रहते हैं तो कभी भ्रष्टाचार से जुड़े रहते हैं। लेकिन इस बार जो आरोप लगे हैं वो चरित्र से जुड़े हैं। वीडी शर्मा को इस तरह के बर्ताव से परहेज करना चाहिए क्योंकि वह एक सत्तासीन पार्टी के अध्यक्ष हैं और यह समय चुनाव का है।
*पहले भी रह चुके हैं विवादों में शर्मा*
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा इससे पहले भी विवादों के रह चुके हैं। बताया जाता है कि जिस समय वीडी शर्मा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कामकाज संभालते थे उस समय उनकी करीबी वहीं की एक महिला कार्यकर्ता ने कई तरह के आरोप लगाए थे। बाद में किसी तरह से शर्मा ने उस महिला से अपना पीछा छुड़ाया। लेकिन इस बार वीडी शर्मा के सामने पूरी कॉलोनी के लोग आ गए हैं। वैसे इस मामले को लेकर राज्य सरकार कुछ करे या न करे पर लोकतंत्र में ऐसे मामलों की सही जांच कर सब साफ करना होगा, यह प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है।
*क्या इस मामले से संघ और श्री दत्तात्रेय होसबोले के पाक साफ दामन में दाग लग सकता है*
इस चिट्ठी से भाजपा आलाकमान और खासतौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काफी चिंतित दिखाई पड़ता है। आज संघ में नंबर 2 की हैसियत रखने वाले श्री दत्तात्रेय होसबोले से विष्णुदत्त शर्मा काफी निकट है और संघ के दबाव से ही इन्हें प्रदेश की अध्यक्षी मिली है। संघ में चरित्र संबंधी मामलों को काफी गंभीरता से देखा जाता है। ऐसे में पूर्व में भी विष्णुदत्त शर्मा पर ऐसे आरोप लगे हैं और यह चिट्ठी से आगे कुछ भी निकलता है तो उसमे उसकी ही किरकिरी होगी। प्रदेश में विष्णुदत्त शर्मा के उदय के पीछे संघ का ही आशीर्वाद रहा है। शर्मा कभी एक्टिव संघ के प्रचारक की जगह भाजपा की राजनीतिक विंग्स में ज्यादा रहे हैं। जब उज्जैन में प्रोफेसर सभरवाल हत्याकांड हुआ तब वे वहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष थे। इस हत्याकांड में शुरुआत में इनको भी शामिल किया गया था पर उस समय प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार के कहने से मुख्यमंत्री स्वयं ने इन्हें उस जांच के दायरे से हटाया। इसके बाद वीडी शर्मा राजनीति में आगे बढ़ते ही गए। इनको बाद में नेहरू युवा केंद्र का अध्यक्ष बनाया गया। संघ के अड़ने पर इनको खजुराहो में सांसद का टिकट दिया गया, जहां से वो विजयी होकर लोकसभा पहुंचे।
*हनीट्रैप की आग नही हुई अब तक ठंडी*
मध्यप्रदेश का बहुचर्चित हनीट्रैप कांड की आग अब तक ठंडी भी नहीं हुई थी कि इस बार निशाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व अन्य नेताओं के नाम सामने आ गए हैं। हनीट्रैप में भी प्रदेश के नेता व प्रभावशाली लोगों के नाम सामने आए थे, अब सवाल यह है कि चुनावी वर्ष में प्रदेश अध्यक्ष का यह अगर ऐसा कुछ स्वरूप सचमुच सामने आता है तो वो भाजपा के लिए एक बड़ा संकट बन सकता है। वैसे भी इस समय उनकी मुख्यमंत्री बनने के लिए जबरदस्त लॉबिंग चल रही है।