अखिलेश यादव अपनी पार्टी के पुराने लीडर आजम खान को लेकर बेहद डरे हुए हैं. ये डर उन्होंने विधानसभा में जाहिर किया है. मॉनसून सत्र के तीसरे दिन अभी सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से शुरू भी नहीं हुई थी उससे पहले ही अखिलेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के सामने आजम खान को लेकर अपने मन में बैठे इस डर के बारे में बोलना शुरू कर दिया. अखिलेश बोलते वक्त बेहद हड़बड़ी में थे. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का डर है कि कहीं आजम खान की यूनिवर्सिटी से कोई बम या फिर AK-47 रायफल न बरामद कर ली जाए.
अखिलेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष से सदन में कहा, ‘सदन के बहुत ही वरिष्ठ नेता आजम खान साहब की यूनिवर्सिटी को घेर लिया और ये पहली बार नहीं घेरा गया है. अध्यक्ष महोदय, लगातार घेर रहे हैं और इस बार तो तैयारी ये है कि कहीं कुछ ऐसा न हो जाए जैसे एक बम रख दिया या फिर AK-47 रख दी. हो सकता है कि आजम खान साहब के यहां ये सब झूठी चीजें रख दी जाएं और मुकदमा दर्ज कर लिया जाए. अध्यक्ष महोदय, मैं चाहता हूं कि इस पर कम से कम कुछ हो जाए.’
दो मामलों का दिया हवाला
अखिलेश यादव ने मंगलवार को सदन में प्रतापगढ़ के उस छात्र का मामला उठाया था, जिसने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के काफिले को काला झंडा दिखाया था. उसे गिरफ्तार करके जेल तो भेजा ही गया था लेकिन, उसके घर से पांच देसी बम भी बरामद किये गये थे. इससे पहले भदोही के ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्रा के ठिकाने से AK-47 रायफल और कारतूस बरामद किये गये थे. अखिलेश यादव इन्हीं दोनों घटनाओं को आधार बनाकर सरकार पर ये आरोप लगा रहे थे कि कहीं आजम खान को घेरने के लिए सरकार उनकी यूनिवर्सिटी से बम या फिर रायफल न बरामद करवा दे.
जौहर यूनिवर्सिटी में चल रहा है सर्च ऑपरेशन
बता दें कि पिछले दो-तीन दिनों से जौहर यूनिवर्सिटी के कैंपस में सर्च अभियान चल रहा है. इस दौरान जमीन की खुदाई में एक गाड़ी बरामद की गयी जबकि एक कमरे को तोड़ने के बाद बड़ी संख्या में किताबें मिली थीं. अब अखिलेश यादव को डर है कि सरकार अदावत में आजम खान की यूनिवर्सिटी से कहीं बम या रायफल न बरामद करवा दे.