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ब्रेकिंग न्यूज़:बिलकिस के दोषियों को पहले क्‍यों छोड़ा;SC का सवाल: मिसेज सुनक ने एक दिन में ₹500 करोड़ गंवाएब्रेकिंग न्यूज़:

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सुप्रीम कोर्ट में बिलकिस केस के 11 दोषियों को रिहा किए जाने के फैसले को चुनौती दी गई। बिलकिस बानो ने गुजरात सरकार पर दोषियों को समय से पहले रिहा करने का आरोप लगाया है। सुनवाई के दौरान अदालत ने सरकार से दोषियों की रिहाई का कारण पूछा। साथ ही केंद्र और गुजरात सरकार से समय से पहले रिहाई देने से जुड़ी फाइलें पेश करने को कहा है। अब मामले की अगली सुनवाई 2 मई को होगी।

कोर्ट ने कहा,’ आज यह बिलकिस के साथ हुआ, कल किसी के साथ भी हो सकता है। इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार 1 मई तक फाइल पेश कर जवाबी हलफनामा दाखिल करें।’ अदालत में केंद्र और गुजरात सरकार की ओर से ASG एसवी राजू पेश हुए। उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश के खिलाफ रिव्यू पिटीशन लगाने पर विचार करेंगे, जिसमें रिहाई की फाइल मांगी गई है।

उधर, ब्रिटिश PM ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति को एक दिन में 500 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। इन्फोसिस कंपनी के शेयर 9.4% गिरने की वजह से उन्हें ये नुकसान झेलना पड़ा। मार्च 2020 के बाद इन्फोसिस के शेयर्स में यह सबसे बड़ी गिरावट है। अक्षता इन्फोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी हैं। उनके पास कंपनी की 0.94% हिस्सेदारी है। जिसकी कीमत करीब 4600 करोड़ रुपए है।

1. बिलकिस केस पर सुनवाई, SC ने कहा- यह रेप-सामूहिक हत्या का मामला, साधारण मर्डर नहीं

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को बिलकिस बानो की उस याचिका पर सुनवाई की, जिसमें उन्होंने गुजरात सरकार पर अपने मामले के दोषियों को समय से पहले रिहा करने का आरोप लगाया था। उन्होंने अपनी याचिका में 11 दोषियों को रिहा किए जाने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।

जस्टिस केएम जोसेफ और बीवी नागरत्ना की बेंच ने सुनवाई के दौरान सरकार से दोषियों की रिहाई का कारण पूछा। कोर्ट ने कहा- आज यह बिलकिस के साथ हुआ, कल किसी के साथ भी हो सकता है। कोर्ट ने केंद्र और गुजरात सरकार से कहा- दोषियों को समय से पहले रिहाई देने से जुड़ी फाइलें पेश करें। अगर आप दोषियों को रिहा करने की वजह नहीं बताते हैं तो हम अपना निष्कर्ष निकालेंगे।

कोर्ट ने मामले में केंद्र और राज्य सरकार से 1 मई तक फाइल पेश कर जवाबी हलफनामा दाखिल करने को कहा है। कोर्ट में केंद्र और गुजरात सरकार की ओर से ASG एसवी राजू पेश हुए। उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश के खिलाफ रिव्यू पिटीशन लगाने पर विचार करेंगे, जिसमें रिहाई की फाइल मांगी गई है। मामले की अगली सुनवाई 2 मई को दोपहर 2 बजे होगी।

SC ने पूछा- दोषियों को रिहा करके आप क्या संदेश दे रहे हैं?
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह एक ऐसा मामला है, जहां एक गर्भवती महिला के साथ गैंगरेप किया गया और उसके सात रिश्तेदारों की हत्या कर दी गई। आप सेब की तुलना संतरे से कैसे कर सकते हैं? आप एक व्यक्ति की हत्या की तुलना सामूहिक हत्या से कैसे कर सकते हैं? यह एक समुदाय और समाज के खिलाफ अपराध है। हमारा मानना है कि आप अपनी शक्ति और विवेक का इस्तेमाल जनता की भलाई के लिए करें। दोषियों को रिहा करके आप क्या संदेश दे रहे हैं?

बिलकिस बानो ने 30 नवंबर 2022 को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी।

बिलकिस बानो ने 30 नवंबर 2022 को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी।

7 पॉइंट्स में जानिए आज कोर्ट में क्या हुआ

  1. मामले की सुनवाई शुरू होते ही दोषियों के वकीलों ने जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा और सुनवाई स्थगित करने की मांग की। याचिकाकर्ताओं ने इसका कड़ा विरोध किया।
  2. ​​​​​​जस्टिस नागरत्ना ने कहा कि जब भी मामले की सुनवाई होती है तो एक आरोपी अदालत में आएगा। वो कार्यवाही स्थगित करने की मांग करेगा। चार हफ्ते बाद एक और आरोपी ऐसा ही करेगा। इस तरह यह दिसंबर तक चलेगा। हम इस रणनीति से भी अवगत हैं।
  3. सरकार की ओर से पेश एएसजी एसवी राजू ने सुझाव दिया कि सुनवाई के लिए निश्चित तारीख तय की जा सकती है।
  4. कोर्ट ने कहा कि बलात्कार और सामूहिक हत्या के अपराध से जुड़े मामले की तुलना साधारण हत्या के मामले से नहीं की जा सकती। क्या आप सेब और संतरे की तुलना करेंगे?
  5. दोषियों की ओर से पेश वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कहा कि आपने कहा है कि यह एक गंभीर अपराध है और मैं इसकी सराहना करता हूं, लेकिन वो 15 साल से हिरासत में रहे हैं।
  6. बेंच ने कहा कि जब समाज को बड़े पैमाने पर प्रभावित करने वाले ऐसे जघन्य अपराधों में छूट देने पर विचार किया जाता है, तो सार्वजनिक हित को ध्यान में रखते हुए शक्ति का प्रयोग किया जाना चाहिए।
  7. जस्टिस जोसेफ ने राज्य सरकार से कहा कि अच्छा आचरण होने पर दोषियों को छूट देने को अलग रखना चाहिए। इसके लिए बहुत उच्च पैमाना होना चाहिए। भले ही आपके पास शक्ति हो, लेकिन उसकी वजह भी होनी चाहिए।

15 अगस्त को रिहा हुए थे दोषी
2002 में हुए गोधरा कांड के दौरान बिलकिस बानो से रेप किया गया था और उसके परिवार के लोगों की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में 11 लोगों को दोषी ठहराया गया था। पिछले साल 15 अगस्त को गुजरात सरकार ने सभी दोषियों को जेल से रिहा कर दिया।

इसके बाद बिलकिस बानो ने 30 नवंबर 2022 को इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए याचिका दायर की थी। इसके अलावा सामाजिक कार्यकर्ता सुभाषिनी अली और TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने मामले के 11 दोषियों को रिहा करने के गुजरात सरकार के आदेश को रद्द करने की मांग की थी।

बिलकिस ने दाखिल की थीं दो याचिकाएं
बिलकिस बानो ने 30 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दाखिल की थीं। पहली याचिका में 11 दोषियों की रिहाई को चुनौती देते हुए उन्हें तुरंत वापस जेल भेजने की मांग की थी। वहीं, दूसरी याचिका में कोर्ट के मई में दिए आदेश पर फिर से विचार करने की मांग की थी, जिसमें कोर्ट ने कहा था कि दोषियों की रिहाई पर फैसला गुजरात सरकार करेगी। इस पर बिलकिस ने कहा कि जब केस का ट्रायल महाराष्ट्र में चला था फिर गुजरात सरकार फैसला कैसे ले सकती है?

2. सेम सेक्स मैरिज पर आज फिर सुनवाई, CJI बोले- अदालत और संसद इस पर फैसला करेंगे
सेम सेक्स मैरिज को कानूनी मान्यता देने की मांग वाली याचिकाओं पर आज फिर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली 5 जजों की संवैधानिक बेंच मामले की सुनवाई कर रही है। इससे पहले याचिकाकर्ताओं की तरफ से मांग की गई कि उन्हें भी समाज के हेट्रोसेक्शुअल ग्रुप जैसे ही समान अधिकार मिले। हालांकि सरकार इसे कानूनी मान्यता देने के खिलाफ है।

केंद्र सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि इस मामले पर समाज के हर हर वर्ग का नजरिया जानना होगा। यह बहुत संवेनशील मुद्दा है। इस पर अदालत ने कहा कि सॉलिसिटर जनरल हमें नहीं बता सकते कि यह फैसला कैसे करना है। हम सही वक्त पर आपको भी सुनेंगे। CJI ने कहा कि सुनवाई की कवायद आने वाली पीढ़ियों के लिए हो रही है। अदालत और संसद इस पर बाद में फैसला करेंगे।

3. अतीक की पत्नी की तलाश में दबिश, गुड्डू मुस्लिम के घर पर चल सकता है बुलडोजर

उमेश पाल हत्याकांड में सामने आए CCTV फुटेज में गुड्डू बमबाजी करता नजर आया था।UP पुलिस को गैंगस्टर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और गुड्डू मुस्लिम की तलाश है। उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहे आरोपी गुड्डू मुस्लिम पर 5 लाख का इनाम है। वहीं 50 हजार की इनामी शाइस्ता को पकड़ने के लिए प्रयागराज पुलिस ने धूमनगंज में दबिश दी। यहां शाइस्ता के छिपे होने की सूचना मिली थी। शाइस्ता पर उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का आरोप है।

उधर, प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी (PDA) ने गुड्डू के घर पर नोटिस चस्पा किया था। इसमें उसके घर का निर्माण अवैध बताते हुए 18 अप्रैल तक उसे हटाने का निर्देश दिया था। साथ ही चेतावनी दी थी कि अगर नहीं हटाया गया तो प्राधिकरण घर गिरा देगा। नोटिस पीरियड खत्म हो गया है। ऐसे में PDA कभी भी एक्शन ले सकता है। इससे पहले गुड्डू की लोकेशन कर्नाटक में मिलने की खबर आई थी।

4. सुनक की पत्नी को ₹500 करोड़ का नुकसान, कंपनी पर ब्रिटिश संसद में उठे थे सवाल
ब्रिटिश PM ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति को एक दिन में 500 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। पिछले दिनों सुनक को अक्षता के टैक्स से जुड़े मामलों में संसद में जवाब देना पड़ा था। ब्रिटेन में अमूमन यह सवाल उठता है कि ऐसे वक्त में जबकि आम नागरिक बढ़ती महंगाई और कॉस्ट ऑफ क्राइसिस से जूझ रहे हैं तो अक्षता या सुनक परिवार अरबों रुपए कमा रहा है।

ऋषि सुनक भले ही ब्रिटेन के प्राइम मिनिस्टर हैं, लेकिन अक्षता के पास अब भी ब्रिटेन की नागरिकता नहीं है। यही वजह है कि सुनक के सियासी विरोधी इस मसले पर सवाल उठाते रहे हैं। अक्षता यहां की परमानेंट रेसिडेंट नहीं हैं, लिहाजा उन्हें दूसरे देशों में की गई कमाई पर टैक्स भी नहीं चुकाना पड़ता है। पिछले दिनों ब्रिटिश संसद में अक्षता की चाइल्ड केयर कंपनी को लेकर भी सवाल उठा था।
5. हरमनप्रीत बनीं विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर, सूर्या साल के बेस्ट टी-20 क्रिकेटर चुने गए

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुनी जाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी हैं। विजडन 1889 से हर साल यह लिस्ट जारी कर रहा है। हरमनप्रीत के अलावा इंग्लैंड के बेन स्टोक्स को पुरुष खिलाड़ियों में साल 2022-23 के लिए दुनिया का सबसे शानदार क्रिकेटर चुना गया है। महिला क्रिकेटर्स में ये पुरस्कार बेथ मूनी को मिला है।

सूर्यकुमार यादव को टी-20 क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुना गया है। हरमनप्रीत को पिछले साल उनके उम्दा प्रदर्शन के लिए यह सम्मान मिला है। हरमनप्रीत ने पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ वनडे मुकाबले में 111 गेंद में नाबाद 143 रन बनाए थे। इसके साथ ही टीम इंडिया ने साल 1999 के बाद पहली बार इंग्लैंड में कोई वनडे सीरीज जीती थी। हरमनप्रीत की कप्तानी में टीम इंडिया एशिया कप की भी विजेता बनी थी।

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