नग़्मा कुमारी अंसारी
ब्रिटेन के उच्च सदन हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सांसद मेल्कॉम पियरसन का बयान सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें उन्होंने बताया है कि ब्रिटेन में ढाई लाख लड़कियों का शोषण पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मूल के मुसलमानों के द्वारा किया गया है।
उनके इस बयान के बाद एलन मस्क ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री की आलोचना की और ब्रिटेन के किंग चार्ल्स से अपील कर दी कि संसद को भंग कर दिया जाए क्योंकि ये ढाई लाख रेप विक्टिम ब्रिटिश ईसाई लड़कियों को न्याय दिलाने में असफल है।
ग्रूमिंग गैंग के केस अब फ्रांस, जर्मनी और स्वीडन में भी सामने आने लगे हैं । ग्रूमिंग गैंग पूरे यूरोप में गोरी यूरोपियन नस्ल की 11 साल से 17 साल की लड़कियों के यौन शोषण की ये दुखभरी दास्तान है।
सबसे बड़ी बात ये है कि ग्रूमिंग गैंग के सभी मामलों में 99 प्रतिशत आरोपी पाकिस्तानी-बांग्लादेशी और एशियाई मूल के मुसलमान हैं और सारी पीड़ित लड़कियां गोरी ईसाई हैं।
ब्रिटेन में 1997 से ही लगातार ग्रूमिंग गैंग के केस आते रहे लेकिन ब्रिटेन के ज्यादातर जांच एंजेंसियों के अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों और नेताओं ने इन सारे मामलों को इसलिए नजरअंदाज कर दिया क्योंकि उन्हें डर था कि अगर वो इस मामले को उठाएंगे तो उन्हें नस्लवादी कहा जाएगा। क्योंकि इसमें सारे आरोपी एशियाई मूल के मुसलमान थे।
लेकिन ब्रिटेन के पत्रकार टॉमी रॉबिंसन ने इस पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई थी। इस डॉक्यूमेंट्री को पूरी दुनिया में करोड़ों लोगों ने देखा। आखिरकार ब्रिटेन के वामपंथियों, उदारवादियों और सेकुलरों ने इसे नस्लवादी बताकर डॉक्यूमेंट्री पर प्रतिबंध लगवा दिया और टॉम रॉबिंसन को एक सीरियाई शरणार्थी जमाल हिजाजी पर अपमान जनक टिप्पणियां करने के आरोप में जेल में डलवा दिया।
टॉमी रॉबिंसन आज भी जेल में हैं और अब एलन मस्क ने भी टॉमी रॉबिंसन को रहा करवाने के लिए एक ट्वीट किया है।
इस डॉक्यूमेंट्री में टॉमी रॉबिंसन का सबसे ज़्यादा ज़ोर इस बात पर था कि आखिर ग्रूमिंग गैंग में रेप करने वाले 99 प्रतिशत आरोपी मुसलमान ही क्यों थे?
डॉक्यूमेंट्री में ये सच दिखाया गया कि किस तरह छोटे छोटे गिफ्ट देकर पाकिस्तानी बांग्लादेशी टैक्सी ड्राइवर्स, मकैनिक्स और कबाब बनाने वाले होटलकर्मियों ने पहले गोरी लड़कियों को फांसा, पिता और गार्जियन जैसा स्वांग रचकर फिर उन्हें शराब पिलाकर बिस्तर पर लाया गया फिर उनकी अश्लील फिल्म बनाकर ब्लैकमेल कर दूसरे मुसलमान पुरुषों को बेच दिया गया। सारे मामले में तकरीबन यही पैटर्न देखा गया।
इसके बाद ब्रिटेन में हंगामा मच गया और फिर ग्रूमिंग गैंग चलाने वाले 500 से ज्यादा पाकिस्तानी बांग्लादेशी और एशियाई मूल के मुसलमानों को ब्रिटिश पुलिस की 43 टीमों ने 4,000 से ज्यादा रेप के मामलों में गिरफ्तार किया।
जाने कौन- सी ऐतिहासिक मजहबी और जिहादी वजह है जो ग्रूमिंग गैंग चलाने वाले एशियाई पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मूल के मुसमलानों को लगातार ऐसे काम करने के लिए प्रेरित करती है।
Add comment