आपने बहुत सारे घर देखे होंगे। एक से बढ़कर एक शानदार और लग्जरी घर देखे होंगे। लेकिन क्या आपने दुनिया के सबसे महंगे घर हो देखा है। आज हम आपको दुनिया के सबसे महंगे घर के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके आगे मुकेश अंबानी का एंटीलिया भी फीका पड़ जाता है। इस घर में हर वो सुख-सुविधाएं मौजूद हैं जो आपको 7 स्टार अल्ट्रा लग्जरी होटल में भी शायद ही मिलें। इस घर में अगर कोई सिर्फ किराए पर रहना चाहे तो इसके लिए भी उसे करोड़ों रुपये चुकाने होंगे। चलिए आपको बताते हैं कि दुनिया का सबसे महंगा घर कहां पर है और ये कैसा दिखता है।
1.3 बिलियन डॉलर है इस घर की कीमत
बीते दिनो द बिजनेस टाइम्स की आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के शाही परिवार का घर बकिंघम पैलेस (Buckingham Palace) दुनिया का सबसे महंगा घर (World’s Most Expensive House ) है। हालांकि ये घर बिक्री या किराये के लिए उपलब्ध नहीं है। अगर आप शाही तरीके से रहना चाहते हैं तो आपको इस घर की जरूरत जरूर होगी। इसकी कीमत करीब 1.3 बिलियन पाउंड (Billion Pounds) यानी 2.24 बिलियन अमेरिकी डाॅलर है। इसकी कीमत सुनकर लोगों के होश उड़ जाते हैं। ये घर हर तरीके से खास है। इस घर की कीमत में कोरोना के बाद उछाल आया है। एक स्टडी के मुताबिक कोरोना काल के पहले इस घर की कीमत 100 मिलियन पाउंड (Million Pounds) थी। इस घर में 775 कमरे हैं।
किराया सुनकर उड़ जाएंगे होश
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक इस घर का किराया भी मिलियन पाउंड (Million Pounds) में है। अगर कोई इस घर को एक महीने के लिए किराये पर लेना चाहे तो उसे 2.6 मिलियन पाउंड देने होंगे।
साल 1703 में गया था बनाया
ड्यूक ऑफ बकिंघम ने साल 1703 में लंदन में रहने के लिए एक विशाल टाउन हाउस का निर्माण करवाया था। इसे ही आज बकिंघम पैलेस के नाम से जाना जाता है। साल 1837 ईस्वी में पहली बार महारानी विक्टोरिया ने इस महल को अपना आधिकारिक आवास बनाया था। वह बकिंघम पैलेस में रहने वाली पहली महारानी थीं।
सिर्फ राजघराने के लोग ही रह सकते हैं
आपको जानकर हैरानी होगी कि बकिंघम पैलेस में कुल 775 कमरे हैं, इसमें से 52 शाही कमरे हैं। इनमें सिर्फ राजघराने के लोग ही रह सकते हैं। इस आलीशान घर में कुल 1514 दरवाजे और 760 खिड़कियां हैं। इसके अलावा महल में 350 से ज्यादा घड़ियां भी लगी हुई हैं।
बेसमेंट में लगी हुई है एटीएम मशीन
बकिंघम पैलेस के बेसमेंट में एक एटीएम मशीन भी लगी हुई है, जो शाही परिवार की निजी एटीएम मशीन है। इसका इस्तेमाल सिर्फ राजघराने से संबंधित लोग ही करते हैं। इसमें महारानी, राजकुमार और उनकी पत्नियां शामिल हैं। इनके अलावा और कोई भी इसका इस्तेमाल नहीं कर सकता है।
महल को रोशन करने के लिए लगे हैं 40 हजार बल्ब
साल 1883 में बकिंघम पैलेस में पहली बार बिजली आई थी। मौजूदा समय में इस भव्य और विशाल महल को रोशन करने के लिए 40 हजार बल्बों का इस्तेमाल होता है। आपको शायद ही पता हो कि इंग्लैंड के सबसे बड़े महलों में से एक बकिंघम पैलेस का गार्डन लंदन का सबसे बड़ा निजी गार्डन है।