- डेढ़ करोड़ से लेकर आठ करोड़ तक की महंगी है दुकानें… पुराने कम दरों के 6 टेंडरों को कर दिया निरस्त
इंदौर। प्राधिकरण के लिए योजना 140 हॉट केक बन गई है, जहां पर न्यूनतम तय की जाने वाली दरों से दो गुना और उससे अधिक तक के टेंडर प्राप्त हो रहे हैं। आरई-2 का निर्माण भी प्राधिकरण करने जा रहा है और ओवरब्रिज भी बन चुका है, जिसके चलते योजना 140 में तेजी से आवासीय-व्यावसायिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। प्राधिकरण आनंद वन फेज-2 में फ्लैटों के साथ दुकानोंका विक्रय भी कर रहा है। अभी 14 दुकानों के टेंडर बोर्ड (Trader Board) ने मंजूर किए। वहीं 6 कम दरों के टेंडरों को निरस्त कर दिया और अब नए सिरे से 11 दुकानों के टेंडर आमंत्रित किए हैं, जिनमें 30 फीसदी पिछले टेंडर में तय की गई दर से ज्यादा दरें बढ़ा दी हैं। डेढ़ करोड़ से लेकर 8 करोड़ रुपए मूल्य की इन दुकानों के लिए भी प्राधिकरण को अच्छे टेंडर आने की उम्मीद है।
एक जमाने में योजना क्र. 54 विजय नगर प्राधिकरण की सबसे अच्छी योजना मानी जाती थी। हालांकि अब वहां पर प्राधिकरण के पास कोई सम्पत्ति नहीं बची है। मगर 140 अवश्य महंगी हो गई, जहां पर भूखंडों और व्यावसायिक दुकानों के भाव आसमान छू रहे हैं। अभी प्राधिकरण की बोर्ड बैठक हुई, जिसमें योजना 140 में आनंद वन फेज-2 की दुकानों के टेंडरों पर चर्चा हुई, जिसमें कुछ पुराने टेंडरों को भी निरस्त कर दिया। हालांकि इसमें गलती प्राधिकरण की रही, जिसने मार्च में बुलाए टेंडरों को उसी वक्त मंजूरी नहीं दी और अब लॉकडाउन के बाद हुई बोर्ड बैठक में ये टेंडर रखे गए। मगर कलेक्टर मनीषसिंह ने कम दरों पर आए इन टेंडरों को निरस्त करने के निर्देश दिए, जिसके चलते संकल्प क्र. 69 27.07.2021 के जरिए जो टेंडर 30 प्रतिशत अधिक राशि के आए थे उन्हें ही मंजूरी दी गई और कम दरों वाले टेंडरों को निरस्त कर दिया गया। महत्वपूर्ण बात यह भी रही कि प्राधिकरण ने 30 फीसदी अधिक का फार्मूला तय किया और 135 से लेकर 235 फीसदी से अधिक दरों के टेंडरों को मंजूर किया गया, लेकिन 6 टेंडर, जो कि आरसीएम-13, दुकान क्र. 1 और 2 के अलावा 7, 5, 18, 19 के 20 फीसदी से कम दर आने पर उन्हें निरस्त किया गया। प्राधिकरण सीईओ विवेक श्रोत्रिय के मुताबिक अब आनंद वन फेज-2 की 11 दुकानों के ऑनलाइन टेंडर फिर से जारी किए गए हैं, जिन्हें प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 20 सितम्बर रहेगी। 21 सितम्बर को ये टेंडर खुलेंगे। इन 11 व्यावसायिक दुकानों में 6 निरस्त किए गए टेंडरों की दुकानें भी शामिल हैं। दुकान नं. 1 और 2 का क्षेत्रफल ही सबसे अधिक 415 वर्गमीटर सुपर बिल्टअप निर्धारित किया गया है। यह दुकान संभवत: अब साढ़े 7-8 करोड़ तक बिकेगी। वहीं सबसे छोटी दुकान की कीमत भी डेढ़ करोड़ से अधिक होने की उम्मीद है। यानी प्राधिकरण को इन दुकानों से अच्छी खासी राशि प्राप्त होगी।