नई दिल्ली । जिस पुलवामा अटैक ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था, 4 साल बाद भी उस पर सियासत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. एक बार फिर इस सियासत को हवा दी है जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने. जिन्होंने एक इंटरव्यू में पुलवामा हमले की एक वजह केंद्र सरकार की खामी को बताया है। जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने से पहले यहां के आखिरी राज्यपाल थे. जिस वक्त पुलवामा हमला हुआ, उस वक्त भी वह राज्यपाल के पद पर आसीन थे. एक इंटरव्यू के दौरान सत्यपाल मलिक ने उस वक्त के गृहमंत्री राजनाथ सिंह पर सवाल खड़े किए तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी जिक्र किया।
सत्यपाल मलिक के इस इंटरव्यू के बाद एक बार फिर कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस ने केंद्र सरकार से पुलवामा अटैक को लेकर पांच सवाल किए हैं. वे सवाल हैं-
– मोदी सरकार ने CRPF जवानों को एयरक्राफ्ट क्यों नहीं दिए?
– खुफिया इनपुट और जैश की धमकी को अनदेखा क्यों किया?
– आतंकियों को भारी मात्रा में RDX कैसे मिला? पुलवामा हमले की जांच कहां तक पहुंची?
– NSA अजीत डोभाल और तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह की क्या जिम्मेदारी तय की गई?
– पुलवामा हमले के बाद संवैधानिक पद पर बैठे गवर्नर को PM मोदी ने ‘चुप रहने’ की धमकी क्यों दी?
क्या हैं सत्यपाल मलिक के दावे?
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दावा किया कि सीआरपीएफ ने उनके लोगों को लाने-ले जाने के लिए एयरक्राफ्ट मांगा था, क्योंकि इतना बड़ा काफिला कभी रोड से नहीं जाता. मलिक ने दावा किया कि सीआरपीएफ ने गृह मंत्रालय से पूछा था, लेकिन उन्होंने एयरक्राफ्ट देने से मना कर दिया था. उन्होंने कहा कि अगर मुझसे पूछते तो मैं उनको (सीआरपीएफ) एयरक्राफ्ट देता, कैसे भी देता. सिर्फ पांच एयरक्राफ्ट की जरूरत थी. उनको एयरक्राफ्ट नहीं दिया गया।
सत्यपाल मलिक ने एक और बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी ने इस हमले के बाद जिम कार्बेट पार्क से जब मुझे कॉल किया तो मैंने प्रधानमंत्री से कहा कि ये हमारी गलती से हुआ है. इस पर उन्होंने मुझसे कहा कि तुम चुप रहो और किसी से कुछ ना कहो।”
NSA अजीत डोभाल का भी जिक्र किया
मलिक ने अपने इंटरव्यू में एनएसए अजीत डोभाल का जिक्र भी किया. साथ ही अपने मन की बात बताते हुए दावा कि उन्हें समझ आ गया था कि सरकार पूरा ठींकरा पाकिस्तान पर फोड़ने वाली है ताकि 2019 के लोकसभा चुनाव में फायदा मिल सके. उन्होंने कहा, “अजित डोभाल ने भी मुझसे चुप रहने को कहा. मैं समझ गया था कि मामला पाकिस्तान की ओर जाना है।”
बीजेपी ने मलिक पर किया पलटवार
उधर, बीजेपी ने भी सत्यपाल मलिक पर पलटवार किया है। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने सत्यपाल मलिक के कई पुराने इंटरव्यू शेयर किए। जहां वो अपने बयान से पलटते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में बीजेपी अब सत्यपाल मलिक की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रही है। अमित मालवीय ने ट्वीट किया और लिखा, “कोई उनको सीरियस नहीं लेता, यहां तक कि तब भी जब वो अपने आरोप वापस ले लेते हैं. ये उनकी विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल है।”
क्या था पुलवामा अटैक?
बता दें कि 14 फरवरी 2019 को दोपहर करीब 3:00 बजे जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक आतंकवादी ने श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CPRF) के काफिले में विस्फोटक लेकर जा रहे एक वाहन को टक्कर मार दी थी. पुलवामा में पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर द्वारा सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाकर किए गए हमले में सीआरपीएफ के करीब 40 जवान शहीद हो गए थे. CRPF के काफिले में 78 बसें थीं. इस अटैक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था. इस काफिल में सीआरपीएफ के लगभग 2500 जवान जम्मू से श्रीनगर की यात्रा कर रहे थे. हालांकि भारत ने महज 12 दिनों में ही ‘नापाक’ पाक से बदला ले लिया. भारत ने 26 फरवरी को बालाकोट एयरस्ट्राइक करके जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को ढेर कर दिया था।