चेन्नई कस्टम ने तेलंगाना के मंत्री के बेटे पोंगुलेटी हर्षा रेड्डी को समन जारी किया है। आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार, उनपर कई करोड़ों की घड़ियों की तस्करी में शामिल होने का आरोप है। रेड्डी को चार अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने बताया कि वह फिलहाल डेंगु के बुखार से पीड़ित है, जिस वजह पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हो पाएंगे। हालांकि, वह 27 अप्रैल के बाद विभाग के समझ उपस्थित होने के लिए सहमत हुए हैं।
मीडिया से बात करते हुए रेड्डी ने बताया कि उनका इस केस से कोई लेना-देना नहीं है। तेलंगाना के रेजस्व और आवास मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी के बेटे ने कहा, “यह मामला आधारहीन है। मेरी तबीयत फिलहाल ठीक नहीं है।”
28 मार्च को हैदराबाद में एक परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी को समन भेजा गया था। बता दें कि इस कंपनी के निदेशक हर्षा रेड्डी है। पांच फरवरी को तस्करी का मामला दर्ज किया गया था, जब हांगकांग स्थित भारतीय मुहम्मद फहरदीन मुबीन के पास से चेन्नई में दो लक्जरी घड़ियां (पाटेक फिलिप 5740 और ब्रेगुएट 2759) जब्त की गई थी। घड़ियों की असली कीमत 1.73 करोड़ रुपये है। पाटेक फिलिक का भारत में कोई डीलर नहीं है, जबकि भारतीय मार्केट में ब्रेगुएट का स्टॉक खत्म हो गया है।
जांच के अनुसार, हर्षा रेड्डी ने आलोकम नवीन कुमार के जरिए मुबीन से घड़ियां खरीदी थी। नवीन कुमार से 12 मार्च को पूछताछ की गई थी। नवीन ने बताया कि वह केवल मुबीन और हर्षा के बीच मध्यस्थ का काम कर रहा था। पूछताछ के बाद कस्टम ने दावा किया कि लेनदेन का भुगतान हवाला मार्ग, क्रिप्टोकरेंसी और नकद के जरिए किया गया है। हालांकि, हर्षा ने इन दावों को खारिज कर दिया था। इसी के साथ वह 27 अप्रैल को विभाग के समझ पेश होने के लिए राजी हुए हैं। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 1 अप्रैल को सीमा शुल्क विभाग को हर्ष रेड्डी की जांच करने और आलोकम नवीन कुमार को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया।