विरोध मंडी सचिव पर मनमानी का आरोप, व्यापारियों ने आधे दिन तक कारोबार बंद रखा,छावनी मंडी में आधे दिन नहीं हुई उपज की नीलामी
इंदौर : संयोगितागंज (छावनी) अनाज मंडी में करीब तीन महीने से जो गेट व्यापारियों के लिए बंद था, उसे एक वैवाहिक आयोजन के लिए खोल दिया गया। मंडी प्रांगण में शुक्रवार देर रात शादी समारोह चलता रहा। इसे लेकर व्यापारियों ने मंडी सचिव पर मनमानी करने का आरोप लगाया। शनिवार को आधे दिन तक मंडी में विरोध स्वरूप कारोबार भी बंद रखा। किसान माल से भरी गाड़ियों के साथ इंतजार करते रहे।
किसानों ने बताया कि सितंबर में छावनी की और खुलने वाला मंडी गेट सचिव नरेश परमार ने सुरक्षा कारणों का हवाला देकर बंद करवाया था। गाड़ियों की आवाजाही भी उस ओर बंद करवा दी गई। व्यापारियों ने इस निर्णय का विरोध किया और रास्ता खोलने की मांग की, लेकिन सचिव नहीं पसीजे। प्रतिदिन सुबह आठ से दोपहर तीन बजे तक सिर्फ दोपहिया वाहन के लिए छोटा गेट खोला गया। दीपावली बाद होने वाले मंडी मुहूर्त के दौरान भी गेट बंद ही रहा। मंडी व्यापारियों के अनुसार कलाली
मोहल्ला में एक वैवाहिक आयोजन के लिए शुक्रवार को मंडी का गेट खोल दिया गया। आधी रात के बाद तक उसे खुला रखा व शादी का भोज भी मंडी में ही रखा गया। आरोप है कि व्यापार के लिए रास्ता बंद कर प्रांगण को किराए पर दिया जा रहा है। दिन में गेट बंद रख सुरक्षा का हवाला देने
वाले अधिकारी शादी के लिए आधी रात तक गेट खुलवा रहे हैं। व्यापारियों ने सवाल भी किया कि शासन के रिकार्ड में 30 गार्ड दर्ज हैं, फिर सुरक्षा की बात कहकर गेट कैसे बंद करवाया जा सकता है। मनमानी नियमों से परेशान व्यापारियों का आक्रोश शनिवार सुबह
फूट पड़ा। बताया जा रहा है कि व्यापारियों के पहले से स्टाक में दर्ज कोल्ड स्टोरेज के माल को भी मंडी में आने से रोक दिया। व्यापारियों के गोदाम पर माल भिजवाने में भी मंडी सचिव द्वारा गेट पास व्यवस्था को भी बंद कर दिया गया है। पहले गेट, फिर मनमानी नियमों से भड़के व्यापारियों
किसानों के भुगतान समय पर करने के लिए कहा जाएगा तो व्यापारियों को दिक्कत होगी ही। मुझे छावनी वाला गेट रात तक खोले जाने की जानकारी नहीं है। नहीं आज की बैठक में मुझे किसी ने इस बारे में कुछ बताया। अनुज्ञप्ति माल परिवहन के लिए है, वो तो लेना ही पड़ेगी।
नरेश परमार, मंडी सधिव –
हमने व्यापार का लाइसेंस लिया है, यही हमारा अपराध है। अधिकारियों की मनमानी सहनी पड़ रही है। आज की बैठक में कुछ मामलों में सुधार का आश्वासन मिला है। देखते हैं आगे क्या रुख रहता है।
संजय अग्रवाल, अध्यक्ष छावनी मंडी अनाज-तिलहन व्यापारी संघ
व्यापारी संघने नीलामी का बहिष्कार कर दिया। दोपहर सवा एक बजे बाद सचिव नरेश परमार मंडी पहुंचे। व्यापारियों के प्रतिनिधियों से बात हुई। व्यापारियों ने कहा कि मंडी प्रशासन व्यवस्था बनाने के लिए है, न कि व्यापार बाधित करने के लिए। इसके बाद दोपहर डेढ़ बजे नीलामी शुरू हो सकी।
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