अग्नि आलोक
script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1446391598414083" crossorigin="anonymous">

कांग्रेस कार्यकर्ता मोहब्बत सिंह के निधन पर पाली के निंबोल गांव में पहुंचकर सीएम अशोक गहलोत ने संवेदना प्रकट की

Share

एस पी मित्तल अजमेर

गत 26 अक्टूबर को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जब विधानसभा के उपचुनाव में प्रचार करने के लिए उदयपुर के धरियावद गांव में गए थे, तब कांग्रेस के कार्यकर्ता मोहब्बत सिंह को हार्ट आने से निधन हो गया। मोहब्बत सिंह के निधन पर परिजन को ढांढस बंधाने और अपनी संवेदनाएं प्रकट करने के लिए सीएम गहलोत 28 अक्टूबर को उनके पाली जिले निंबोल गांव में पहुंचे। गहलोत के साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी अजय माकन, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा आदि नेता भी थे। स्वर्गीय मोहब्बत सिंह के निवास पर पहुंच कर गहलोत ने यह प्रदर्शित किया कि वे कांग्रेस के छोटे से छोटे कार्यकर्ता का भी सम्मान करते है। कांग्रेस कार्यकर्ता के घर पर जाने के लिए अजय माकन को खासतौर से दिल्ली से बुलाया गया। गहलोत ने परिजन को भरोसा दिलाया कि सरकार और संगठन उनके साथ खड़ी है।
चौधरी पहुंचे मदेरणा के घर:
अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने 28 अक्टूबर को जोधपुर के ओसियां स्थित चांडी गांव में आयोजित स्वर्गीय महिपाल मदेरणा की 12वें की रस्म में भाग लिया। इस मौके पर जोधपुर क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित स्वर्गीय मदेरणा की पत्नी श्रीमती लीला मदेरणा जोधपुर की जिला प्रमुख है और उनकी पुत्री दिव्या मदेरणा ओसियां से कांग्रेस की विधायक हैं। डेयरी अध्यक्ष चौधरी के मदेरणा परिवार से पारिवारिक संबंध रहे हैं। स्वर्गीय महिपाल मदेरणा के पिता स्वर्गीय परसराम मदेरणा को चौधरी अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं। चौधरी के साथ बड़ी संख्या में अजमेर के किसान नेता भी चांदी गांव पहुंचे। इनमें हरिराम घायल, रूपनुवाद, चैनाराम फतेहपुरा, नाथूराम दीया, ईश्वर खाखल, विमलेश चौधरी, हरिराम चौधरी, गोवर्धन चौधरी, देवकरण गुर्जर, चंद्रपाल सिंह, शिवराज चौधरी, सत्यनारायण चौधरी, जयराम चौधरी, रामेश्वर मेवाड़ा, उदाराम चौधरी, कानाराम चौधरी, लालाराम वैष्णव, भागचंद चौधरी, राजेंद्र जेवलिया, भंवर भामोलाव, हरिराम जाटली, रेखराज चौधरी, रामस्वरूप पड़ौदा, उदाराम आदि शामिल थे। चौधरी ने कहा कि महिपाल मदेरणा के निधन से उन्हें व्यक्तिगत क्षति हुई है। स्वर्गीय मदेरणा चार बार जोधपुर के जिला प्रमुख रहे जबकि दो बार ओसिया से विधायक चुने गए।

Recent posts

script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1446391598414083" crossorigin="anonymous">

Follow us

Don't be shy, get in touch. We love meeting interesting people and making new friends.

प्रमुख खबरें

चर्चित खबरें