नीमच जिले में उस समय हड़कंप की स्थिति मच गई जब गलत इंजेक्शन लगाने से करीब 26 छोटे बच्चे बीमार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। इंजेक्शन लगने के साथ ही बच्चों को फफोले होने की सूचना मिली। घटना नीमच के जिला अस्पताल के शिशु वार्ड में सामने आया। यहां वार्ड में भर्ती करीब 16 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। इन सभी को इंजेक्शन लगाया गया था।नीमच जिले में 30 से अधिक बच्चों की अचानक हालत बिगड़ने का मामला सामने आया है। इंजेक्शन लगाने के बाद इन बच्चों की तबीयत खराब हो गई। गंभीर हालत में 6 बच्चों को प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इंजेक्शन लगाने के बाद शरीर पर फफोले निकलते ही डॉक्टरों के हाथ पांव फूले।
दरअसल, जिला अस्पताल के शिशु वार्ड में करीब 26 बच्चे भर्ती थे। इनको शुक्रवार के दिन इंजेक्शन लगाया गया था। इंजेक्शन लगाते ही करीब 16 बच्चों की तबीयत अचानक से खराब होने लगी। इनमें से 6 बच्चों को हॉस्पिटल के ही आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया था। वहीं, 3 बच्चों के परिजन प्राइवेट हॉस्पिटल लेकर गए। बाकी सभी बच्चों की हालत सामान्य बताई जा रही है।
गलत इंजेक्शन देने के चलते बिगड़ी तबीयत
जिला अस्पताल के शिशु वार्ड में भर्ती हुए बच्चों की उम्र 2 से 4 साल के बीच की बताई जा रही है। इन बच्चों को एंटीबायोटिक इंजेक्शन (आर सेफ्ट्रिएक्सोन इंजेक्शन आई.पी) लगाने के बाद यह रिएक्शन सामने होना आ रहा है। वहीं, बच्चों की हालत बिगड़ने का पता चलते ही जिला अस्पताल में पीड़ित के परिजनों की भीड़ जमा हो गई। परिजनों के साथ ही शासन प्रशासन के अधिकारियों को भी मामले की जानकारी मिली।
अधिकारी मौके पर पहुंचे
जिला हॉस्पिटल में बच्चों की तबीयत बिगड़ने की जानकारी मिलने के बाद मौके पर एडीएम लक्ष्मी गामड़, टीआई पुष्पा राठौड़ पहुंचे। उन्होंने हॉस्पिटल में बच्चों की हालत का जायजा लिया। साथ ही डॉक्टरों से मुलाकात कर स्थिति पता की।