अहमदाबाद: गुजरात में संजीवनी तलाश रही कांग्रेस पार्टी अब बीजेपी पर उसी के धनुष और बाण का इस्तेमाल करेगी। जिसके बल पर बीजेपी गुजरात में अपने को मजबूत बनाए हुए है। कांग्रेस के नए प्रदेश प्रमुख और राज्य सभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल 7 जुलाई को चोटीला पहाड़ी पर स्थित मां चामुंडा के दर्शन करेंगे और आशीर्वाद लेकर मिशन 2024 की शुरुआत करेंगे। कांग्रेस के अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल के साथ कांग्रेस के अन्य नेता भी मां चामुंडा के दरबार में पहुंचेंगे और आराधना करेंगे। गुजरात में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए शक्ति सिंह गोहिल ‘घरवापसी’ के लिए दरवाजा पहले ही खोल चुके हैं।
फ्रंटफुट पर खेलेगी कांग्रेस
सुरेंद्र नगर में स्थित मां चामुंडा का मंदिर बड़ी आस्था का केंद्र है। कांग्रेस पार्टी के 7 मई के कार्यक्रम के लिए जिस तरह की तैयारियां की जा रही है उससे साफ है कि पार्टी अब हिन्दुत्व पर पीछे नहीं आगे खेलने के मूड में है। पार्टी के नेता अब तमाम शक्तिपीठों और धार्मिक स्थानों के साथ में ही पब्लिक प्लेस पॉलिटिक्स करेंगे। ऐसे में गुजरात की पॉलिटिक्स में धर्मयुद्ध दिखाई दे रहा है। कांग्रेस विधायक दल के नेता अमित चावड़ा पहले ही इस मोर्चे पर खुद को आगे किए हुए हैं। इस बार भी उन्होंने अपना जन्मदिन अंबाजी मंदिर में मनाया था। अब कांग्रेस पार्टी गुजरात के ऐतिहासिक स्थल चोटीला मंदिर से बीजेपी को चुनौती देने और चुनौती बनने की तैयारी कर रही है।
गोहिल का गेम प्लान!
गोहिल ने प्रदेश अध्यक्ष का कार्यभार भी रथ यात्रा से पहले भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद लेकर ग्रहण किया था। गोहिल क्षत्रिय हैं ऐसे में उनकी अगुवाई में कांग्रेस हिंदुत्व के एजेंडे पर लौटने की तैयारी में दिख रही है। पार्टी नेताओं की मानें तो आने वाले दिनों कांग्रेस बिना किसी हिचकिचाहट के हिंदू धर्म स्थानों को लेकर न सिर्फ मुखर दिखेगी बल्कि साधु और संतों को लेकर अपने कार्यक्रम आयोजित करेगी। पार्टी के नेता हिंदुओं के कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और उसमें अपना योगदान भी देंगे।
कमबैक की चुनौती
गुजरात के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष 7 जुलाई को शाम चार बजे मां चामुंडा के दरबार में पहुंचेंगे और दर्शन के साथ आशीर्वाद लेंगे। इस मौके पर शक्तिसिंह गोहिल गुजरात की सुख और समृद्धि की भी कामना करेंगे। क्षत्रिय समुदाय से आने वाले गोहिल की मां की आराधना करते आए हैं। मां आशापुरी की तरह मां चामुंडा भी उनकी आराध्य देवी हैं। इसके साथ गोहिल आने वाले दिनों में गुजरात के अन्य यात्राधामों का दौरा करेंगे। कांग्रेस को उम्मीद है कि हिंदुत्व पर लौटने से पार्टी को जरूर मजबूती मिलेगी। पिछले दिनों जब पार्टी ने अंबाजी मंदिर मोहनथाल प्रसाद को बंद करने का मुद्दा उठाया था तो सरकार को फिर से मोहनथाल का वितरण शुरू करवाना पड़ा था। राज्य में कांग्रेस के पास सिर्फ 17 विधायक हैं, जबकि लोकसभा की कोई भी सीट उसके पास नहीं है। ऐसे में पार्टी के सामने कमबैक करने की बड़ी चुनौती है।
गुजरात के लिए क्या है गोहिल का ‘गेम प्लान’
गुजरात कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन के बाद घर वापसी की मुहिम शुरू हुई है। नए अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल (ShaktiSinh Gohil) के पदभार ग्रहण करके बाद अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कांग्रेस के मोटी संख्या में कार्यकर्ता जुड़े और पार्टी छोड़ आप में गए वशराम सागठिया ने पार्टी में वापसी की। इस मौके पर सागठिया ने कहा कि आप में जाना एक बड़ी भूल थी। सागठिया के साथ 30 पदाधिकारियों की पार्टी में वापसी से शक्ति सिंह गोहिल भी खुश दिखाई दिए। गोहिल ने गुजरात की कमान संभालने के बाद घर वापसी की मुहिम शुरू की है। गोहिल ने कहना था कि पार्टी छोड़कर गए नेता स्वेच्छा से नहीं गए, उन्हें परेशान किया गया और वे मजूबरी में पार्टी छोड़कर गए। अब वे सभी लौटना चाहते हैं। कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि आने वाले दिनों पार्टी के कई बार नेता वापसी कर सकते हैं।
इंद्रनील के साथ छोड़ी थी पार्टी
पार्टी में वापस लौटे वशराम सागठिया ने इंद्रनील राज्यगुरू के साथ पार्टी छोड़ी थी। इंद्रनील वापस कांग्रेस में लौट चुके थे, लेकिन वशराम सागठिया आप में ही थे। शक्ति सिंह गोहिल (ShaktiSinh Gohil) की पदयात्रा में वशराम दिखाई दिए थे। इसके बाद पार्टी ने उन्हें निकाल दिया था। इस पर सागठिया ने कहा था कि उन्होंने 18 जून को ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वे पदयात्रा में पहुंचे थे। जो भी हो गुजरात में संजीवनी तलाश रही कांग्रेस के लिए क्या वाकई में अच्छे दिन आ गए हैं? इस पर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि गोहिल ने एक सकारात्मक शुरूआत की है।
घर वापसी के साथ दिल्ली कूच
गुजरात प्रदेश अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण करने के बाद शक्ति सिंह गोहिल (ShaktiSinh Gohil) दिल्ली के रवाना हुए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोहिल गुजरात में पार्टी को मजबूत करने के प्लान को लेकर फ्री हैंड चाहते हैं। इसके अलावा गोहिल लोकसभा चुनावों की तैयारी को तेज करना चाहते हैं, ताकि पार्टी आम चुनावों में प्रदेश की सीटों पर अच्छी टक्कर दे सकते। इसीलिए गोहिल दिल्ली गए हैं। यहां पर उनकी मुलाकात कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के अलावा पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं से होगी। इसमें लोकसभा चुनावों को लेकर मोटे तौर पर प्लान बन सकता है कि पार्टी कैसे गुजरात में मजबूत टक्कर दे।
गोहिल का गेम प्लान
कांग्रेस सूत्रों की मानें तो ऐसा पता चल रहा है कि गुजरात कांग्रेस की आधारशिला रहे पुराने नेता जो कांग्रेस छोड़ चुके हैं। उनकी कांग्रेस में घर वापसी होगी और युवा कार्यकर्ताओं को ज्यादा मौका दिया जाएगा। अगर ये सच हुआ तो 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस नए जोश और अनुभव के साथ आगे बढ़ेगी। शक्ति सिंह गोहिल (ShaktiSinh Gohil) लोकसभा चुनावों की तैयारियों में और देर नहीं करना चाहते हैं। इसीलिए वे टी-20 मोड में दिखाई दे रहे हैं। गोहिल घर वापसी की मुहिम पार्टी में जान फूंकने की कोशिश में जुटे हैं। इसी मुहिम के तहत आप नेता वाशराम सगठिया समेत 30 नेताओं ने घर वापसी की है।