इंदौर
इंदौर में सड़क-पानी और बिजली को लेकर पॉलिटिक्स फिर गरमाने लगी है। शहर में कई जगह सड़कों का काम चल रहा है। कई बार तो ट्रैफिक जाम तक की समस्या से रुबरू होना पड़ रहा है। इसे लेकर कांग्रेस विधायक मैदान में उतर आए हैं। कांग्रेस विधायक ने अपने बयान में महापौर से सवाल पूछा है कि सड़क-पानी की व्यवस्था क्या स्वास्थ्य विभाग करेगा?
सवाल पूछने वाले कांग्रेस विधायक हैं संजय शुक्ला। संजय शुक्ला ने यह जानना चाहा है कि क्या अब इंदौर शहर में सड़कों की मरम्मत और लोगों के घरों तक पानी पहुंचाने तथा नल में आ रहे गंदे पानी की समस्या का समाधान करने का काम स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किया जाएगा? शुक्ला ने कहा सड़क, बिजली, पानी यह शहर के लोगों की मूलभूत जरूरत है। इसे पूरा करने का दायित्व नगर निगम का होता है।
सड़कों की स्थिति है बदहाल
इस समय सारे शहर में सड़कों की स्थिति बदहाल है। जहां पर सड़क बनाने का काम चल रहा है वहां काम पूरा नहीं हो पा रहा है। जहां पर सड़क की मरम्मत की जाना है वहां पर मरम्मत नहीं हो पा रही है। पेंच वर्क के नाम पर सड़क को ओर ज्यादा ऊंचा-नीचा और बदहाल करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि अमृत योजना के अंतर्गत बनाई गई टंकी से पानी सप्लाय की लाइन नहीं डल पा रही है, लोगों के घरों में नलों में गंदा पानी आने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। शहर की सड़कों पर बिजली की बचत के साथ अच्छे प्रकाश की व्यवस्था के लिए एलईडी लाइट लगाने की योजना कागज पर ही दम तोड़ रही है।
योग-स्वास्थ्य कैम्प का विरोध नहीं है पर…
संजय शुक्ला ने कहा ऐसी स्थिति में इंदौर नगर निगम एक तरफ जहां शहर के हर वार्ड में योग केंद्र खोलने की पहल कर रहा है तो दूसरी तरफ मोतियाबिंद के मरीजों का परीक्षण और ऑपरेशन कराने की पहल कर रहा है। उन्होंने कहा कि वे योग केंद्र का या मोतियाबिंद के परीक्षण का विरोध नहीं कर रहे हैं। यह काम प्राथमिक रूप से स्वास्थ्य विभाग का है। इंदौर नगर निगम को भी शहर की जनता के हित में इस काम को करना चाहिए, लेकिन उस समय करना चाहिए जब आप अपना काम पूरा कर चुके हों।
एमजी रोड का काम कब पूरा होगा ?
विधायक शुक्ला का कहना है कि बड़ा गणपति चौराहा से लेकर कृष्णपुरा तक के हिस्से के नवनिर्माण का जो काम शुरू किया गया है वह अब तक पूरा नहीं हो सका है। इस काम के लिए नगर निगम के द्वारा तय की गई डेट लाइन चूक गए हैं। इस रोड पर घटिया निर्माण करने के मामले में किसी दोषी पर भी कार्रवाई नहीं हो सकी है। उन्होंने अपने बयान में महापौर को सलाह दी है कि पहले निगम की जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरा बराबर करवा लें उसके बाद बाकी के कामों को करें।