अयोध्या
लंबी अदालती लड़ाई के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनने का सपना साकार हुआ है। करीब एक साल से मंदिर निर्माण चल रहा है। मंदिर निर्माण कराने के साथ ही श्री राम मंदिर ट्रस्ट जमीन सौदों से जुड़े विवादों का सामना भी कर रहा है। ट्रस्ट के ऊपर अब एक और जमीन सौदे में घोटाले का आरोप लगा है। आरोप है कि ट्रस्ट ने 20 लाख की जमीन ढाई करोड़ रुपये में खरीदी है।
बताया जा रहा है कि इन सौदों में अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के भतीजे दीप उपाध्याय की बड़ी भूमिका है। दीप नारायण ने 20 लाख रुपये में खरीदी गई जमीन राम मंदिर ट्रस्ट को ढाई करोड़ रुपये में बेची है। इसके अलावा एक और जमीन जिसकी कीमत 27 लाख रुपये है, उसे भी दीप ने ट्रस्ट को एक करोड़ रुपये में बेचा है। इस सौदे के दौरान ट्रस्ट के अनिल मिश्रा मौजूद रहे और उनकी उपस्थिति में जमीन का पैसा दीप नारायण के खाते में ट्रांसफर किया गया।
मात्र तीन महीने में ढाई करोड़ की हो गई जमीन!
बताया जा रहा है कि इस साल 20 फरवरी को दीप नारायण ने अयोध्या के महंत से 20 लाख रुपये में एक जमीन खरीदी थी। सर्किल रेट के हिसाब से इस जमीन की कीमत 35.6 लाख रुपये आंकी गई। करीब 3 महीने बाद मई में दीप नारायण ने इस जमीन को राम मंदिर ट्रस्ट को ढाई करोड़ रुपये में बेच दिया। इसके अलावा करीब 677 वर्ग मीटर जमीन भी दीप ने ट्रस्ट को एक करोड़ रुपये में बेचा है। सर्किल रेट के हिसाब से इस जमीन की कीमत केवल 27 लाख बताई जा रही है।
2 करोड़ की जमीन 26 करोड़ में खरीदने पर हुआ था बवाल
गौरतलब है कि इससे पहले राम मंदिर ट्रस्ट पर 2 करोड़ रुपये की जमीन 26 करोड़ में खरीदने के आरोप लगे थे। विपक्ष के कड़े हमलों के बीच राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को सफाई देनी पड़ी थी। अब दो नए जमीन सौदों ने ट्रस्ट के सदस्यों की चिंता बढ़ा दी है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जिस जमीन की कीमत 30 लाख रुपये थी, मात्र 3 महीने में ढाई करोड़ कैसे हो गई? क्या इन सौदों में कोई घोटाला हुआ है?
- जोरों पर मंदिर निर्माण