इंदौर इंदौर-अहमदाबाद (गुजरात बॉर्डर) फोर लेन प्रोजेक्ट के तहत बचे हिस्से के चौड़ीकरण को लेकर उलटी गिनती शुरू हो गई है। नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने ठेकेदार एजेंसी को 47 दिन का अतिरिक्त समय देते हुए यह चेताना शुरू कर दिया है कि उसे जून-23 तक हर हाल में पूरा करना होगा। ऐसा नहीं हुआ, तो एजेंसी को न तो अतिरिक्त समय दिया जाएगा, उलटे पैनल्टी ठोंकी जाएगी। एजेंसी को दो साल में यह काम पूरा करना था, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाई।
155 किलोमीटर लंबे इंदौर-गुजरात बॉर्डर फोर लेन रोड के ज्यादातर हिस्से का काम तो कई साल पहले पूरा हो गया था, लेकिन 16 किमी लंबे भाग का काम वन और पर्यावरण मंत्रालय की स्वीकृति नहीं मिलने से माछलिया घाट और सरदारपुर बर्ड सेंचुरी क्षेत्र में सडक़ चौड़ीकरण कार्य नहीं हो पाया था। करीब ढाई साल पहले यह जमीन मिलने के बाद एनएचएआई ने इन दोनों हिस्सों के चौड़ीकरण का काम शुरू करवाया था। यह काम अप्रैल-21 में शुरू हुआ था, जिसे अप्रैल-23 में पूरा होना था। इस काम पर 210 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। एजेंसी का क्रशर स्थानीय विरोध के चलते बंद करना पड़ा था, जिससे समय पर काम नहीं हो पाया था। एनएचएआई ने उक्त एजेंसी को 47 दिन की अतिरिक्त समय सीमा दी है, जो जून-23 में खत्म होगी।
अब तक 70 प्रतिशत काम हो पाया पूरा
दो साल का समय बीतने के बावजूद अब तक प्रोजेक्ट का महज 70 प्रतिशत काम हो पाया है, यानी ठेकेदार एजेंसी को अगले दो महीने में बचा 30 प्रतिशत काम पूरा करना होगा। हालांकि, यह संभव नहीं दिख रहा। दूसरी चुनौती यह है कि 15-20 जून के आसपास मानसून प्रदेश में दस्तक दे देगा, तब काम करना और मुश्किल हो जाएगा। यह प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद माछलिया घाट सेक्शन के घुमाव, चढ़ाई और ढलान काफी हद तक कम हो जाएंगे।