इंदौर
15 दिसंबर को मध्यप्रदेश BJP के सीनियर लीडर हरिहर शर्मा को वॉट्सऐप पर दो VIDEO कॉल आए। पहला कॉल उन्होंने रिसीव नहीं किया तो मैसेज मिला। लिखा था- आपकी फेसबुक फ्रेंड हूं। दूसरा कॉल रिसीव करते लड़की ने टॉपलेस होकर उनसे बात करने की कोशिश की। उन्होंने तुरंत कॉल कट की और FIR कराई। हरिहर शर्मा जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष और लोकतंत्र सेनानी संघ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रहे हैं।
BJP नेता सेक्सटॉर्शन का शिकार होने से बच गए, लेकिन राजगढ़ से इंदौर पढ़ने आया स्टूडेंट फंस गया। मामला मार्च 2021 का है। स्टूडेंट को उसकी फेसबुक फ्रेंड ने न्यूड होकर वॉटसऐप कॉल की। उसे भी उकसाया। उसकी एक्टिविटी का VIDEO रिकॉर्ड कर वापस उसे भेजा और पैसों की डिमांड की।
सेक्सटॉर्शन के ऐसे मामलों में बहुत कम ही लोग सामने आकर शिकायत करते हैं। वजह होती है शर्मिंदगी। साइबर क्रिमिनल्स सेक्सटॉर्शन कैसे करते हैं, इससे कैसे बचा जा सकता है, जानते हैं ADGP वरुण कपूर से…
आखिर कैसे होता है ये अपराध
सेक्सटॉर्शन के लिए शिकार ढूंढने से पहले साइबर क्रिमिनल्स सोशल मीडिया पर फेक प्रोफाइल बनाते हैं। अपने टारगेट को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं। टारगेट ऐसे लोग होते हैं, जो सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहते हों। मान लीजिए आपका अकाउंट फेसबुक पर है। फेसबुक पर क्रिमिनल आपका दोस्त बनेगा। भरोसे में लेकर वॉटसऐप नंबर लेगा। अश्लील वीडियो कॉल करने के लिए कहेगा। आपके ऐसा करते ही क्रिमिनल्स वीडियो रिकॉर्ड कर लेते हैं। इसके जरिए शुरू होता है वसूली का खेल। इसे ही सेक्सटॉर्शन कहते हैं।
जनवरी में राजस्थान में पकड़ा गया था गैंग
दिल्ली पुलिस ने राजस्थान में इसी साल जनवरी में सेक्सटॉर्शन से जुड़ा गैंग पकड़ा था। इस गैंग में कोई लड़की नहीं थी। आरोपी सोशल साइट्स पर लड़कियों के नाम से अकाउंट बनाते थे। वॉटसऐप पर वीडियो कॉलिंग में लड़की का प्री-रिकॉर्डेड वीडियो चलाते थे। जब कोई शख्स वीडियो कॉल पर जुड़ता तो उसे अश्लील वीडियो (प्री-रिकॉर्डेड) दिखाते थे। उस शख्स को भी ऐसा करने के लिए उत्तेजित करते थे। सामने वाला यही समझता था कि वह किसी लड़की से ही वीडियो कॉलिंग कर रहा है। अश्लील वीडियो को सोशल साइट और दोस्तों को भेजने की बात कहकर ब्लैकमेल करते थे।
ऐसे बचा जा सकता है
दिल्ली पुलिस ने सेक्सटॉर्शन जैसे क्राइम को अंजाम देने वाले 6 लोगों को गिरफ्तार करने के साथ लोगों को ऐसे मामलों में रिपोर्ट करने को भी कहा था। DCP साइबर पुलिस ने ट्विटर अकांउट के जरिए ये सुरक्षा टिप्स साझा किए थे:-
- किसी अंजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें।
- अगर आप किसी को नहीं जानते हैं तो उसके साथ वीडियो कॉल के माध्यम से न जुड़ें।
- कभी भी ब्लैकमेलिंग करने वाले व्यक्ति को किसी तरह का भुगतान न करें.
- ऐसे किसी भी मामले में तुरंत ही साइबर पुलिस के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज करवाएं।
इन सुझावों को हमेशा ध्यान में रखने की जरूरत है, लेकिन हमेशा कहा जाता है कि इलाज से बेहतर है कि हम बचाव करें। अनजान लोगों से बातचीत या वीडियो चैट करते वक्त हमेशा सतर्क रहने की जरूरत है। कोई भी ऐसी हरकत न करें, जिससे अपराधियों को फायदा पहुंचे।