संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा कई स्थानों पर दीपावली और बंदी छोड़ दिवस मनाया गया, जिसमें सभी धर्मों के नागरिकों द्वारा किसान आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी – विरोध कर रहे किसानों ने दृढ़ता से संकल्प लिया कि वे अब तक 653 से अधिक किसानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे, और मोदी सरकार द्वारा किसानों के संघर्ष की मांगों को पूरा किए जाने के बाद ही आंदोलन समाप्त करेंगे।
हिसार जिले के नारनौंद पुलिस स्टेशन के बाहर अभी एक धरना जारी है, जहां सैकड़ों किसान यह सुनिश्चित करने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं कि आज एक विरोध प्रदर्शन के दौरान हरियाणा पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए दो प्रदर्शनकारियों को बिना शर्त रिहा किया जाए – हरियाणा पुलिस द्वारा आज लाठीचार्ज में कई किसान घायल हो गए और जिंदल अस्पताल के आईसीयू में भर्ती एक किसान कुलदीप सिंह राणा की हालत गंभीर बताई जा रही है – हरियाणा से भाजपा के राज्यसभा सांसद राम चंदर जांगड़ा ने कल प्रदर्शनकारियों को बेरोजगार शराबी और मवाली बताकर विरोध कर रहे किसानों के खिलाफ गंभीर आपत्तिजनक टिप्पणी की – कल हरियाणा के रोहतक जिले के महम-जुलाना रोड पर एक गोशाला में दिवाली कार्यक्रम में भाग लेने जाने पर उन्हें कल काले झंडों से विरोध का सामना करना पड़ा, जहां पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच तनातनी हुई – स्थानीय किसानों के कोप से बचने के लिए जांगड़ा व उनके साथियों को अज्ञात वाहन से कार्यक्रम स्थल पर आना पड़ा – आज सुबह श्री जांगड़ा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में किसान नारनौंद और मय्याद टोल प्लाजा पर जुटे, और खबर के अनुसार पुलिस द्वारा लाठीचार्ज में 6-7 किसान घायल हो गए – भाजपा सांसद द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणी अत्यंत निंदनीय है। एसकेएम भाजपा नेताओं को चेतावनी देता है कि इस तरह के बयान से बचें, नहीं तो किसानों के गुस्से का सामना करने के लिए तैयार रहें। एसकेएम की मांग है कि हरियाणा प्रशासन हिरासत में लिए गए सभी किसानों को तुरंत रिहा करे, और यह भी सुनिश्चित करे कि सभी घायल किसानों को पूर्ण चिकित्सा सहायता तत्काल प्रदान की जाए।
बताया जा रहा है कि भाजपा लखीमपुर खीरी में हिंदुओं और सिखों के बीच सांप्रदायिकता फैलाने की पूरी कोशिश कर रही है, और एसकेएम इसकी कड़ी निंदा करता है। एसकेएम ने भाजपा को चेतावनी दी है कि किसान उसकी विभाजनकारी राजनीति से अवगत हैं और इसका शिकार नहीं होंगे, और एक बार फिर मांग करता है कि लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड में घृणा अपराध के सूत्रधार अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त कर तुरंत गिरफ्तार किया जाए। एसकेएम लखीमपुर खीरी में दो और किसानों की गिरफ्तारी की भी निंदा करता है, जहां उत्तर प्रदेश प्रशासन शांतिपूर्ण किसानों की पूर्व नियोजित हत्या के मामले में न्याय से अपने पैर खींच रहा है। उच्चतम न्यायालय ने सरकार से इन मामलों में अलग-अलग हलफनामा दाखिल करने को कहा है और फोरेंसिक प्रयोगशालाओं को सबूतों की जांच में तेजी लाने को कहा है। उच्चतम न्यायालय 8 नवंबर को मामले की सुनवाई करेगा। स्थानीय अदालत में, बचाव पक्ष के वकीलों ने अभियोजन पक्ष से भाजपा कार्यकर्ता की मौत के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है, जिसे विरोध कर रहे किसानों द्वारा पकड़े जाने के बाद पुलिस को सौंप दिया गया था।
शहीद किसान अस्थि कलश यात्रा मध्यप्रदेश से होकर गुजर रही है। कल और परसों (6 व 7 नवंबर 2021) यात्रा मप्र के रीवा जिले के तहसील मुख्यालय से होकर जाएगी। आठ तारीख को यात्रा सतना जिले में प्रवेश करेगी।
हरियाणा के रोहतक जिले के किलोई गांव में आज पीएम का सीधा प्रसारण देखने मंदिर पहुंचे भाजपा के कई नेताओं का किसानों ने घेराव किया। इस प्रेस नोट के जारी होने के समय, जिला प्रशासन द्वारा बहुत बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती के साथ गतिरोध जारी है।
संयुक्त किसान मोर्चा पहले ही वन संरक्षण अधिनियम 1980 में प्रस्तावित संशोधनों के संबंध में अपनी गहरी चिंता व्यक्त कर चुका है, जो वन अधिकार अधिनियम 2006 और स्थानीय निकायों के संवैधानिक अधिकार को कमजोर करेगा। ये प्रस्तावित संशोधन वन संसाधनों पर अधिक कॉर्पोरेट नियंत्रण प्रदान करने और वन पर निर्भर किसानों को उनके हक और अधिकार से अलग करने के लिए है, जिससे उनके जीवन और आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। एसकेएम एक बार फिर मांग करता है कि भारत सरकार प्रस्तावित संशोधनों के साथ आगे न बढ़े और उसे वापस ले।
*जारीकर्ता* -बलबीर सिंह राजेवाल, डॉ दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चढूनी, हन्नान मोल्ला, जगजीत सिंह डल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां, शिवकुमार शर्मा (कक्का जी), युद्धवीर सिंह
*संयुक्त किसान मोर्चा*