इंदौर। राजेश सोनकर के विधायक बन जाने के बाद इंदौर का भाजपा जिला अध्यक्ष पद 2 महीने से खाली पड़ा हुआ है, जिस पर कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में घनश्याम नारोलिया काम कर रहे हैं, लेकिन अध्यक्ष की दावेदारी में अब रस्साकशी की स्थिति निर्मित हो गई है, जिसमें जो भी दमदार रहेगा उसे अध्यक्ष बना दिया जाएगा। दूसरी ओर जो भी दावेदार आगे बढ़ रहा है, उसको रोकने की कोशिश की जा रही है। वैसे ग्रामीण क्षेत्र में युवा अध्यक्ष ही बनाए जाने के संकेत पार्टी ने दिए हैं। यह भी हो सकता है कि लोकसभा चुनाव तक कार्यकारी अध्यक्ष ही काम करें।
भाजपा जिलाध्यक्ष के लिए करीब आधा दर्जन दावेदार लाइन में लगे हुए हैं और सभी अपनी दावेदारी पुख्ता किए हुए हैं। इनमें वर्तमान में भाजपा के दोनों जिला महामंत्री चिंटू वर्मा और सुनील तिवारी भी शामिल हैं। चिंटू चूंकि मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के नजदीकी हैं, इसलिए इसका फायदा उन्हें मिल सकता है। पिछली बार भी उनकी दावेदारी थी। वे जिला युवा मोर्चा अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वहीं पिछली बार युवा मोर्चा अध्यक्ष रहे श्रवणसिंह चावड़ा भी दौड़ में हैं। इसके साथ-साथ वरिष्ठ नेताओं में प्रेमसिंह ढाबली, रामविलास पटेल जैसे नाम भी सामने आ रहे हैं।
कहा जा रहा है कि चिंटू और श्रवण के नाम पर विधायक मनोज पटेल की ना ही है, यह अभी से ही नजर आ रहा है तो प्रेमसिंह ढाबली को अंदरूनी तौर पर शहर के कुछ बड़े नेताओं का समर्थन भी मिला हुआ है, जिसके आधार पर वह दावेदारी कर रहे हैं। सुनील तिवारी, जो जिला महामंत्री हैं, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में काम कर चुके हैं, इसलिए वह भी अपने आपको अध्यक्ष की दौड़ में आगे मानकर चल रहे हैं, लेकिन उनका एक वीडियो वायरल करने की तैयारी उनके विरोधियों ने की है। संगठन की चली तो रामविलास पटेल और वर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष घनश्याम नारोलिया में से किसी एक को यह जवाबदारी दी जा सकती है। जिलाध्यक्ष को लेकर जल्द ही कोई फैसला किया जाएगा, ताकि पार्टी को स्थायी अध्यक्ष मिल जाए।