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*संयुक्त राष्ट्र संघ के आव्हान पर फिलिस्तीनी जनता के पक्ष में प्रदर्शन* 

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*यासर अराफात का इंदौर में हुआ था भव्य स्वागत*

 *इंदौर।* भारत की जनता सदैव फिलिस्तीन के साथ रही है। फिलीस्तीन मुक्ति संगठन के प्रमुख यासर अराफात का इंदौर में भव्य स्वागत हुआ था। आज भारत सरकार आतताई इजरायल के पक्ष में खड़ी है।

       

     

ये विचार व्यक्त किए समाजवादी चिंतक रामस्वरूप मंत्री ने। वे अखिल भारतीय शांति एकजुटता संगठन (एप्सो)  द्वारा फिलिस्तीन जनता के समर्थन में आयोजित गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे, उन्होंने कहा कि देश के कई भागों में फिलिस्तीन के पक्ष में प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

                      सामाजिक न्याय संगठन के राहुल निहोरे ने कहा कि देश में नकारात्मकता का माहौल है। न्याय के पक्ष में नेहरू कालीन विदेश नीति को बदलकर सरकार युद्धखोरों  के पक्ष में खड़ी है। प्रगतिशील लेखक संघ सचिव हरनाम सिंह ने सचेत किया कि साम्राज्यवादी ताकतों द्वारा न्याय के लिए चलाए जा रहे संघर्षों का संप्रदायीकरण किया जा रहा है। भारत में कतिपय संगठनों द्वारा फिलिस्तीन के संघर्ष का उपयोग अल्पसंख्यकों के प्रति घ्रृणा के विस्तार हेतु हो रहा है। भारतीय महिला फेडरेशन की मधुरिमा श्रीवास्तव के अनुसार देश में संवेदनहीनता का विस्तार  हो रहा है। लोग मौत का जश्न मनाते हैं। यह अमानवीयता का चरम है, उन्होंने प्रलेसं के राष्ट्रीय सचिव विनीत तिवारी द्वारा अनुवादित, कवि लिसा सुहेर की कविता ” व्हाट शी सेड” का वाचन  किया। प्रलेसं के वरिष्ठ चुन्नीलाल वाधवानी ने इसराइल समस्या के कारणों की जानकारी देते हुए कहा की युद्ध, हथियारों के सौदागरों की करतूत है। वरिष्ठ लेखक सुरेश उपाध्याय ने अमेरिका इजरायल द्वारा युद्ध के माध्यम से विश्व को धमकाने की निंदा की। भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) के विजय दलाल ने हमास के बारे में इजरायल के झूठे प्रचार की जानकारी दी, उन्होंने प्रेम और भाईचारे का गीत गाया। इप्टा की शर्मिष्ठा ने भी दो संगीतमय प्रस्तुतियां दी। रवि शंकर तिवारी ने साहिर की नज़्म का वाचन किया। राम आसरे पांडे ने ढाई आखर प्रेम यात्रा आधारित कविता पढ़ी।

 

         

 

गोष्ठी का संचालन करते हुए एप्सो के विवेक मेहता ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के आव्हान पर 1978 से हर साल 29 नवंबर को फिलिस्तीन जनता के साथ एक जुटता हेतु  यह दिवस मनाया जाता है। इस दिन दुनिया के अमन पसंद लोग फिलिस्तीन जनता के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन करते हैं।

              *मानव श्रृंखला*

              गोष्ठी पश्चात गांधी प्रांगण के बाहर विश्व शांति के पक्ष में मानव श्रृंखला बनाई गई। जिसमें रूपांकन के अशोक दुबे द्वारा निर्मित पोस्टरों को प्रदर्शित कर फिलिस्तीन की जनता का समर्थन किया गया।

 हरनाम सिंह

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