इंदौर
भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर को निरस्त करने की मांग करते हुए बुधवार को कांग्रेसियों ने कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों का कहना था कि वहां पर सिंह पर ना सिर्फ लाठियां भांजी गईं, बल्कि उन पर पानी की बौछार भी की गई। उन पर प्राणघातक हमले का प्रयास किया गया। उसके बाद उन पर ही झूठा मुकदमा दायर कर दिया गया। कांग्रेसियों ने मामले को खारिज कर सीबीआई या फिर मजिस्ट्रियल जांच करवाने की मांग करते हुए एक ज्ञापन राज्यपाल के नाम सौंपा।
मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर एफआईआर दर्ज होने के विरोध में राज्यपाल के नाम संभाग आयुक्त को ज्ञापन देने पहुंचे प्रदेश कांग्रेस महामंत्री दयाल चौहान ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर प्राण घातक हमले का प्रयास किया गया था। इसी को लेकर हमने सांकेतिक आंदोलन किया है। यदि हमारी बात नहीं मानी गई तो हम उग्र आंदोलन करेंगे।
हम केस लगने से भी नहीं डरेंगे। हम पर प्रदेशभर में झूठे आंदोलन लादे जा रहे हैं। सिंह पर जो हमला हुआ है, उसकी मजिस्ट्रियल या सीबीआई जांच हो। वे कलेक्टर या मुख्यमंत्री से बात करवाने का कह रहे थे, लेकिन बिना बात करवाए वहां पर लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की गई है। उन पर लाठी और पानी बरसाया गया। हम राज्यपाल से मांग है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाए।
अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नितेश नरवले ने कहा कि सिंह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलना चाहते थे। वे उन्हें बताना चाहते थे कि यह जो जमीन है वह पार्क की है। जिसे सत्ताधारी लोगों ने आरएसएस को कार्यालय बनाने के लिए दे दी है। प्रशासन ने इस पूरे मामले में दिग्विजय सिंह पर लाठी चार्ज और पानी की बौछार करवाई। यह लोकतंत्र की हत्या है। जनता को धोखा देने वाली इस सरकार ने पैसे के दम पर सरकार बनाई है। कमलनाथ सरकार ने जिनते अवैध धंधे बंद करवाए थे। अवैध कब्जे हटवाए थे। इस सरकार ने प्रदेशभर में फिर से कब्जेधारियों के साथ मिलकर लूटपाट का धंधा शुरू करवा दिया है। सिंह इस लड़ाई को लड़ रहे हैं। हम उसके साथ हैं।
इनके खिलाफ केस दर्ज
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष कैलाश मिश्रा, कांग्रेस नेता गोविंद गोयल, पूर्व महापौर विभा पटेल समेत संतोष कंषाना, प्रदीप शर्मा, प्रकाश चौकसे के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है।
क्या है मामला
कांग्रेस गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में आरएसएस की लघु उद्योग भारती को जमीन देने का विरोध कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि सरकार पार्क की जमीन को आरएसएस को दे रही है। जबकि इसका विरोध गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन भी कर रही है। वहीं, मामले में भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया का कहना है कि उद्योग विभाग ने इंडस्ट्रियल एरिया में खाली पड़ी जमीन लघु उद्योग भारती संस्था को आवंटित की है।
महामारी फैलने का अंदेशा और शासकीय आदेशों के उल्लंघन का केस दर्ज
अशोका गार्डन पुलिस ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, कांग्रेस जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा समेत 8 लोगों के खिलाफ रविवार को केस दर्ज किया था। इन पर कोरोना के दौरान धरना-प्रदर्शन, भीड़ एकत्रित होने से महामारी फैलने का अंदेशा और शासकीय आदेशों के उल्लंघन की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है, बाकी अन्य 200 अज्ञात कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। वीडियोग्राफी से इनकी पहचान की जाएगी।