मध्य प्रदेश के भोपाल में खुद के ऊपर एफआईआर दर्ज होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर पलटवार किया है। उन्होंने एक पुराने ट्वीट का हवाला देते हुए शिवराज सिंह चौहान पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। दिग्विजय ने इस बाबत पुलिस कमिश्नर भोपाल व श्यामला हिल्स थाने को लेटर भी भेजा है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि कानून की अलग-अलग व्याख्या नहीं हो सकती। अपराध सामान्य नागरिक करे या मुख्यमंत्री मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
यह है मामला
इस लेटर में दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 19 मई 2019 को राहुल गांधी का एक कूटरचित वीडियो टि्वटर पर पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा है कि शिवराज का यह एक आपराधिक कृत्य है। लेटर के साथ उन्होंने उक्त वीडियो भी पेनड्राइव के साथ पुलिस को भेजा है। पत्र में दिग्विजय ने लिखा है कि एक सीनियर पॉलिटिशियन और चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभालने वाले शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष रहे राहुल गांधी के मंदसौर में दिए भाषण के साथ छेड़छाड़ की। गौरतलब है कि एक विवादित ट्वीट के मामले में आज दिग्विजय सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
कहा-कानून सभी के लिए बराबर
दिग्विजय ने आगे लिखा है कि शिवराज सिंह चौहान ने एडिटेड वीडियो बनाकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी सहित छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा जैसे पिछड़ा वर्ग के वरिष्ठ नेताओं का मजाक बनाते हुए उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को गंभीर क्षति पहुंचाई थी। उन्होंने पत्र में लिखा है कि शिवराज सिंह चौहान के टि्वटर अकाउंट पर यह वीडियो आज भी देखा जा सकता है। दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा इस तरह वीडियो से छेड़छाड़ करना अपराध की श्रेणी में आता है। प्रदेश में कानून सभी के लिए बराबर है।