2 हजार 800 करोड़ के घाटे में चल रहे अजमेर डिस्कॉम को 173 करोड़ रुपए के मुनाफे में बदला
एस पी मित्तल ,अजमेर
वर्ष 2018 में सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फरवरी 2019 में अजमेर डिस्कॉम की कमान अजमेर डिस्कॉम के ही चीफ इंजीनियर वीएस भाटी को जब सौंपी थी उस समय डिस्कॉम का घाटा करीब 2800 करोड़ रुपयों का था। तब वीएस भाटी के सामने सबसे बड़ी चुनौती लगातार घाटे में चल रहे डिस्कॉम के घाटे को कम करना, विद्युत छीजत को कम करना तथा उपभोक्ताओं पर बकाया चल रहे राजस्व की वसूली करना था। भाटी ने उन तीनो मोर्चों पर बड़े ही पेशेवर तरीके से कार्य करते हुए घाटे में चल रहे अजमेर डिस्कॉम को फायदे की कंपनी बना दिया। वित्तीय वर्ष 2020.21 में अजमेर डिस्कॉम ने भाटी के नेतृत्व में शानदार कार्य करते हुए 175ण्73 करोड़ रुपयों का मुनाफा कमाया है इसके साथ ही देश के शीर्ष पांच डिस्कॉम में अजमेर डिस्कॉम का नाम शामिल कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। पिछले तीन वर्षों में भाटी के नेतृत्व में अजमेर डिस्कॉम ने अपने क्षेत्र में बिजली चोरों के खिलाफ हल्ला बोल अभियान, राजस्व वसूली अभियान, कटे हुए कनेक्शनों की जांच, खराब एवं बंद मीटरों को बदलवाने सहित अनेक अभियान लगातार चलाये है। इन सभी अभियानों के तहत अजमेर डिस्कॉम ने रिकॉर्ड राजस्व वसूली कर डिस्कॉम को फायदे की कंपनी बनाया है।
भाटी के सामने सबसे बड़ी चुनौती नागौर को लेकर भी थी। तीन वर्षों में कड़ी मेहनत कर नागौर की विद्युत छीजत 52 प्रतिशत से घटाकर 27 प्रतिशत पर सीमित कर रिकॉर्ड स्थापित किया है तथा पूरे डिस्कॉम की छीजत को तो इस दिसम्बर 2021 तक 10 प्रतिशत से भी कम में सीमित कर अपनी दक्षता का परिचय दिया है। कोरोना काल में ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ावा देकर शत प्रतिशत राजस्व की वसूली की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा पर अमल करते हुए तीर्थ नगरी पुष्कर व नाथद्वारा में भूमिगत केबलिंग का कार्य समयबद्ध पूरा किया गया। इस वित्तीय वर्ष में मुख्यमंत्री ने राज्य के तीनों डिस्कॉम्स को कुल 25 हजार कृषि कनेक्शन जारी करने का लक्ष्य दिया था इसमें अकेले अजमेर डिस्कॉम ने ही दिसम्बर माह तक किसानों को 23 हजार से अधिक कनेक्शन जारी कर रिकॉर्ड बनाया है। केंद्र सरकार ने बिजली के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग, बिग डेटा एवं ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी को विकसित करने के लिए राष्ट्रीय टास्क फोर्स के गठन में डिस्कॉम एमडी वी एस भाटी को शामिल किया है। भाटी इन सभी उपलब्धियों का श्रेय अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को देते है। इसे भाटी का कुशल प्रबंधन ही माना जाएगा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनका कार्यकाल लगातार 2 बार बढ़ाया है। कहा जा सकता है कि भाटी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं।