रायसेन। जिले की जनपद पंचायत ओबेदुल्लागंज आजकल राजनीति का अखाड़ा बन चुकी है जनपद पंचायत में सचिवों सरपंचों जनपद सीईओ के मध्य विवाद के कारण विकास कार्य कोसों दूर होता चला जा रहा है बताया जाता हैं कि जिस प्रकार से जनपद पंचायत ओगंज में नियमों को तिलांजली देते हुए जो कार्य किये जा रहे है। उससे रायसेन जिले की छबि पूरे प्रदेश में खराब होती हुई दिखाई दे रही है सचिवों के द्वारा किये गये निर्माण कार्यों और अन्य कार्यों का खुलाशा होने की सूचना मिलते ही सचिवों के द्वारा रणनीति बनाते हुए रोजगार सहायकों सरपंचों को लेकर एक कुशल रणनीति के तहत जिले के कलेक्टर को जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी को हटाने क लिए भीड़ एकत्रित करते हुए पहुँचे और इन सचिवों के द्वारा किसकी अनुमति से मुख्यालय और ग्राम पंचायत को छोड़कर वाहन किरायों के लेकर आखिरकार यह क्या दिखाना चाहते थे। और इसके बाद जब कलेक्टर और जिला सीईओ ने जांच की बात रखी तो इन सुचिवों को यह बात नागवार गुजरी और फिर नियम विरूद्ध तरीके से जनपद पंचायत कार्यालय ओबेदुल्लागंज के मुख्य द्वार पर ताला लगाकर अपनी हिटलरशाही पद्धति को दिखाया गया। और इन सचिवों के द्वारा की गई। ग्राम पंचायतों में अनियमित्ताओं की पोल खुलती देख सरपंचों ने इस रणनीति का हिस्सा बनने से इंकार करते हुए जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी के समर्थन में मोर्चा खोल दिया गया परन्तु इसके बाबजूद भी जिले के अधिकारियों को शासकीय कार्यों में बाधा डालने के कारण इन सचिवों के उपर धारा 353 का प्रकरण क्यों दर्ज नहीं किया गया।
ऐसे में कुछ सचिवों की कारगुजारियों को लेकर जिले के सचिव भी बदनाम होते नजर आ रहे हैं ऐसे में चर्चा है कि जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिस दिन से जन जनपद पंचायत का कार्यभार गृहण किया था। तभी से यह सचिव उनका विरोध कर रहे थे। और विरोध का कारण यह है कि ग्राम पंचायतों के मदों में जो राशि है उस उक्त राशि से कार्य कागजों पर दर्शाकर भुगतान कर दिया जाये। ऐसे पूर्व में हो चुका है। जिसकी जांच के लिए कई आवेदन कर्ताओं ने जिले में आवेदन सोंपकर ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्यों और अन्य कार्यों के बिल बाउचरों के साथ साथ कार्यों की अंतिम भुगतान के लिए सूचना का अधिकार का इस्तेमाल किया गया है ऐसे में इन सचिवों की जमीन खिसकती हुई नजर आ रही है और पोल खुलने पर इनका स्थान ग्राम पंचायतों में न होकर कहां होगा यह सचिव जानते है क्योंकि जिले में सचिवों के द्वारा दबाब बनाते हुए जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी को उनके इशारे पर कार्य करें परन्तु पूर्व में जनपद पंचायत गैरतगंज जनपद पंचायत सांची जनपद पंचायत उदयपुरा जनपद पंचायत ओबेदुल्लागंज में सचिवों ने विधानसभा अपने ओगंज में कनिष्ठ सचिवों के द्वारा वरिष्ठ जनपद सीईओं के खिलाफ मोर्चा खोलने के कारण प्रदेश के कई जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों के द्वारा पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल और प्रमुख सचिव मलय श्रीवास्तव से स्पष्ट शब्दों में कहा है कि हमारा स्थानांतरण नक्सली क्षेत्र बालाघाट अनूपपुर डिंडोर मंडला जिले में कर दिया जाये परन्तु रायसेन जिले में हमारी पद स्थापना न की जाये क्यिोंकि सचिवों के इशारे पर हम अपना कार्य संचालित नहीं कर सकते और ऐसे में अब जिले की जनपद पंचायतों में मुख्य कार्यपालन अधिकारी की कुर्सी खाली दिखाई देगी।