सरल कुमार वर्मा
होता है पितृ पक्ष में एक दिवस हिंदी का दोस्तो
करती है तर्पण नौकरशाही हिन्दी का दोस्तो
अंग्रेजियत बसी है दिल में माशूक सी जिनके
मिलकर वो बैंड बजाते हैं हिंदी का दोस्तो
स्टार्टअप है स्किल है मेक इन इंडिया है यारो
सरकार को किस कदर है लव हिंदी का दोस्तो
जो मुल्क का हुआ है कुछ उससे भी बढ़ कर
हो रहा विकास दुनिया में हिंदी का दोस्तो
शब्दकोश में हुआ इजाफा थैंक्स बाजारवाद का
वर्ना कसर नही थी वाट लगने में हिंदी का दोस्तो
गूंगा बनाकर रखे है अब तक जो देश को
कहते हैं घंटा बज रहा विदेश में हिंदी का दोस्तो
सभ्यता के आंचल में भाषा पलती है “सरल”
रस्म निभाने से होगा क्या भला हिंदी का दोस्तो
सरल कुमार वर्मा
उन्नाव,यूपी
9695164945