लखनऊ. राजधानी लखनऊ के मेदांता अस्पतालमे एडमिट सपा सांसद आजम खान की मुश्किलें काम होने का नाम नहीं ले रही है. जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर जमीन खरीद-फरोख्त की पूरी जानकारी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रामपुर जिला प्रशासन से तलब की है.
ईडी ने डीएम रामपुर से जमीन खरीद में नियमों की अनदेखी पर पांच बिंदुओं पर रिपोर्ट भी मांगी है. जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि ईडी के द्वारा एक पत्र प्राप्त हुआ है.ईडी आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी से संबंधित कुछ दस्तावेज मांगे हैं. सोमवार को जिला प्रशासन की ओर से इस संबंध में रिपोर्ट भेजी जाएगी.
पहले से ही दर्ज है मनी लॉन्डरिंग का केस
गौरतलब है कि धोखाधड़ी मामले आजम खान सीतापुर की जेल में सवा साल से बंद हैं. पिछले दिनों कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें मेदांता अस्पताल में एडमिट कराया गया था. इससे पहले भी आजम पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. जिसकी जांच अब तेज हो गई है. प्रवर्तन निदेशालय ने पांच बिंदुओं पर डीएम से रिपोर्ट और संबंधित अभिलेख मांगे हैं. इस संबंध में ईडी के डिप्टी डायरेक्टर अमित कुमार मिश्रा की ओर से डीएम को पत्र लिखा गया है.
इन पांच बिंदुओं पर मांगी रिपोर्ट
जिसमें मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के चांसलर मोहम्मद आजम खान और उनकी ट्रस्ट की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी चाही है. साथ ही जौहर ट्रस्ट और जौहर यूनिवर्सिटी पर क्या कार्रवाई की गई है, उस बारे में भी विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने जौहर विवि द्वारा अधिग्रहीत की गई जमीन और अधिग्रहण के दौरान नियमों की किस तरह अनदेखी की गई, इस पर भी जानकारी चाही है. इस संबंध में सरकार ने जमीन वापस लेने के संबंध में जो भी आदेश जारी किए हैं, उस बावत भी जानकारी मांगी है.