इंदौर मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव तारीख आने के बाद आचार संहिता लग गई है। इसके चलते कई आयोजनों, बड़े कार्यक्रमों पर रोक लग गई है। आचार संहिता के दौरान इस बार कई बड़े त्यौहार पड़ने वाले है। नवरात्रि महोत्सव और गरबा आयोजन को लेकर निर्वाचन आयोग का बड़ा बयान आया है।
मध्य प्रदेश में इस बार विधानसभा चुनाव होने है। चुनाव की तारीख (17 नवंबर) है। इसके चलते आचार संहिता लगी हुई है जो कि 9 अक्टूबर से 5 दिसंबर तक लागू रहेगी। इस दौरान कई धार्मिक कार्यक्रम होंगे। आचार संहिता के चलते कई बड़े आयोजनों और कार्यक्रम में रोक लगा दी गई है। प्रदेश में निर्वाचन आयोग और प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। इसी आचार संहिता के बीच में देश के सबसे बड़े त्यौहार आ रहे हैं। इसको लेकर निर्वाचन आयोग ने बड़ी घोषणा की है।
दरअसल, सफल चुनाव प्रक्रिया पूरी कराने के लिए चुनाव तारीख आने के बाद लगी आचार संहिता में कई कार्यक्रमों पर रोक लगा दी जाती है। आचार संहिता नवरात्र त्यौहार के पहले लगाया गया है। इसको लेकर निर्वाचन आयोग ने फैसला दिया है कि महोत्सव में आचार संहिता का असर नहीं होगा। लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
धार्मिक आयोजन और गरबा पर नहीं पड़ेगा असर
आचार संहिता को लेकर इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया के डेप्युटी चुनाव कमीश्नर का बयान सामने आया है। कमीश्नर अजय भादू ने कहा है कि चुनावी आचार संहिता का नवरात्रि महोत्सव और गरबा आयोजन पर कोई असर नहीं होगा। हालांकि इसको लेकर इस बात का ध्यान रखना होगा कि इनका राजनीतिक दृष्टि से उपयोग ना हो। साथ ही आयोग के तरफ से जारी आदेश के अनुसार कार्यक्रम हो। उन्होंने बताया कि यह फैसला इंदौर में इंदौर उज्जैन संभाग के इलेक्शन ऑफिसर के साथ बैठक करने के बाद लिया।
कई नेता पहुंचेंगे मां के दरबार
इस बार नवरात्रि का त्यौहार चुनाव के पहले पड़ रहा है। सत्ता की चाह लिए कई नेता मुराद लेकर माता के दरबार में पहुंचेंगे। प्रदेश के प्रसिद्ध शक्ति पीठों में नेताओं की अभी से लेकर फरवरी महीने तक बुकिंग ले रखी है।