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बैंकों में अटका डेढ़ हजार स्ट्रीट वेंडर्स का रोजगार

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पीएम स्वनिधि योजना : नगरीय क्षेत्र में पीएम स्वनिधि योजना के डेढ़ हजार से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स के रोजगार बैंकों में पांच माह से अटके हैं। इतना ही नहीं चालू वर्ष में बैंकर्स 3,842 से अधिक आवेदन निरस्त कर दिया है। बैंकर्स ने आवेदनों के रिजेक्ट की कार्रवाई में कहा है कि ज्यादातर की सिविल खराब है। निगम ने स्वीकृत की फाइल, बैंकर्स बोले, ज्यादातर की सिविल खराब

वेंडर्स के रोजगार बैंकों में पांच माह से अटके

नगरीय क्षेत्र में पीएम स्वनिधि योजना के डेढ़ हजार से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स के रोजगार बैंकों में पांच माह से अटके हैं। इतना ही नहीं चालू वर्ष में बैंकर्स 3,842 से अधिक आवेदन निरस्त कर दिया है। बैंकर्स ने आवेदनों के रिजेक्ट की कार्रवाई में कहा है कि ज्यादातर की सिविल खराब है। हैरानी की बात तो यह कि 10, 20 और 50 हजार के ऋण के लिए बैंकर्स सिविल के बहाने आवेदन रिजेक्ट कर रहे हैं। इसके अलावा किस्त पर मोबाइल आदि क्रय कर लिए हैं। इससे योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।

कमजोर वर्ग की आर्थिक मजबूती के लिए छोटे-छोटे स्वरोजगार से जोड़ रही

पीएम स्ट्रीट वेंडर योजना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। सरकार इस योजना में अभियान चलाकर कमजोर वर्ग की आर्थिक मजबूती के लिए छोटे-छोटे स्वरोजगार से जोड़ रही है। इस योजना में मार्जिन मनी से मुक्त रखा गया है। नगर निगम कार्यालय में शहरी आजीविका मिशन काउंटर पर शहर के स्ट्रीट वेंडर रोजगार के लिए ऋण दिलाने गिड़गिड़ा रहे हैं। बीस हजार से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स छोटे-छोटे रोजगार के लिए पीएम स्वनिधि योजना के तहत आवेदन किया है। इसमें तीन हजार से अधिक रिजेक्ट हो गए हैं। जबकि निगम की ओर से बैंकर्स को अनुमोदित किए गए डेढ़ हजार आवेदन बैंक स्तर पर ऋण स्वीकृति के लिए लंबित हैं। इससे आवेदक रोजगार शुरू नहीं कर पा रहे हैं।

आजीविका मिशन कार्यालय में रोजगार के लिए पहुंच रहे

निगम कार्यालय में हर रोज पंद्रह से बीस आवेदक शहरी आजीविका मिशन कार्यालय में ऋण स्वीकृति की सिफारिश के लिए पहुंच रहे हैं। कर्मचारियों ने आवेदकों से कहा कि अभी ऋण स्वीकृति की प्रक्रिया बंद है। चालू होने पर सूचना दी जाएगी। शहरी आजीविका मिशन के सिटी मैनेजर मोहम्मद सईद का कहना है कि दस हजार रुपए की ऋण स्कीम में दस हजार 168 से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण स्वीकृत हुए हैं।

50 हजार रुपए की स्कीम में 50 % का लक्ष्य अधूरा

पीएम स्वनिधि में निगम की रिपोर्ट के अनुसार 10 हजार रुपए की स्कीम में 12 हजार 852 के लक्ष्य में से 10 हजार 168 के ऋण स्वीकृत किए गए हैं। 20 हजार की स्कीम में 6323 का लक्ष्य दिया गया। इस स्कीम में सिर्फ 3275 के ऋण स्वीकृत हुए हैं। इसी तरह 50 हजार रुपए की स्कीम में 711 का लक्ष्य था। इसमें 744 आवेदकों के ऋण स्वीकृत हुए।

ऋण का मैसेज आ गया, वास्तव में मिला नहीं

नगर निगम में सिटी मैनेजर के पास शहर के वसीम रजा पहुंचे। वसीम ने कहा कि एचडीएफसी बैंक से ऋण होने का मैसेज आया है। जबकि अभी आवेदक को ऋण नहीं मिला है। वसीन ने कहा कि बैंक से कहा गया है कि सिटी मैनेजर से मिलिए। इसी तरह हर रोज दस से अधिक पीएम स्वनिधि के तहत आवेदन पहुंच रहे हैं।

यह है पात्रता

शहरी क्षेत्र में सभी स्ट्रीट वेंडर्स। नगर निगम से वेंडर्स का प्रमाण-पत्र, टाउन वेंडर्स कमेटी ( टीवीसी ) द्वारा सिफारिश पत्र ( एलओआर ) की स्वीकृति।

ऋण राशि बैंक में लंबित-निरस्त

पहले चरण में ( 10,000 ) 855 3014

दूसरे चरण में ( 20,000 ) 546 731

तीसरीे चरण में ( 50,000 ) 130 97

कुल 541 3842

इनका कहना मो सईद, सिटी मैनेजर, शहरी आजीविका मिशन

पीएम स्वीनिधि योजना में आवेदन ऑनलाइन किए जा रहे हैं। लक्ष्य के अनुसार सत्यापन कर बैंकर्स की लॉगिंग पर अनुमोदित कर दिए गए हैं। बैंक स्तर पर प्रकरण लंबित हैं। योजना के तहत आवेदकों के बैंकों में रोजगार के लिए ऋण स्वीकृति का प्रयास किया जा रहा है।

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