हाऊसिंग बोर्ड का मोबाइल एप भी लॉन्च
रद्द नहीं होगी रीट की परीक्षा-डोटासरा
एस पी मित्तल अजमेर
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की एंजियोप्लास्टी गत 26 अगस्त को हुई थी। इससे पहले गहलोत कोरोना संक्रमित भी रहे। लंबे अरसे बाद 2 अक्टूबर को पहला मौका रहा जब सीएमआर में सार्वजनिक समारोह हुआ। प्रशासन शहरों और गांवों के संग अभियान की शुरुआत के मौके पर सीएम गहलोत पूरे आत्मविश्वास में दिखे। पंजाब की घटनाओं के संदर्भ में गहलोत ने कहा कि न्यूज चैनलों और अखबारों में छप रहा है कि पंजाब के बाद राजस्थान की भी बारी है। मीडिया में ऐसी खबरें आना मीडिया घरानों की मजबूरी है। इसलिए मीडिया को गोदी मीडिया कहा जाता है। मीडिया घरानों के मालिक अपने संपादकों को जो निर्देश देते हैं उसी के अनुरूप काम करना होता है। मैं पत्रकार साथियों की मजबूरी को समझता हंू। लेकिन मैं अब यह साफ कर देना चाहता हूं कि अगले 20 साल मुझे कुछ भी नहीं होगा। मैं दोबारा से मुख्यमंत्री बनूगा और चौथी बार नगरीय विकास विभाग का मंत्री शांति धारीवाल को ही बनाऊंगा। अब यदि किसी को दुखी होना है तो वह होता रहे। गहलोत ने कहा कि कोरोना काल में जब में सीएमआर में रहा तो विपक्ष की ओर से कहा गया कि मैं तो अपने घर में बंद हूं। गहलोत ने कहा कि ऐसे बयानों पर मुझे हंसी आती है। सब जानते हैं कि गत वर्ष अमित शाह और धर्मेन्द्र प्रधान ने जो कुचक्र रचा उसकी वजह से मुझे समर्थक विधायकों को लेकर होटलों में रहना पड़ा। मैं तो हमेशा आम लोगों के बीच में रहता हंू। लेकिन फिर भी मेरे लिए बेवजह की बातें कहीं गई। गहलोत ने कहा कि जब अखबारों में कुछ छपता है तो हमारे मुख्य सचिव निरंजन आर्य भी चिंतित हो जाते हैं। अधिकारियों को लगता है कि यह सरकार कब तक रहेगी? मैं सभी को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि राजस्थान में मेरे नेतृत्व में ही यह सरकार पूरे पांच वर्ष काम करेगी और अगले पांच वर्ष भी मैं ही मुख्यमंत्री बनूंगा। मेरे पास जो रिपोर्ट आ रही है उसमें प्रदेश में कहीं भी सत्ता विरोधी लहर नहीं है। लोग मेरी सरकार के कामकाज से बेहद खुश हैं। गहलोत ने कहा कि प्रदेश में मेरी सरकार बने 31 माह हुए हैं, इनमें से 18 माह तो लोकसभा के चुनाव और कोरोना काल में गुजर गए। ऐसे में मुझे मात्र 13 माह ही काम करने का अवसर मिला है। मैंने 13 माह में जो कार्य किए उसका स्वागत विपक्ष के लोग भी करते हैं। हमारा बजट शानदार रहा है। गहलोत ने कहा कि जो लोग पूर्व में महात्मा गांधी को याद नहीं करते थे, वे भी अब याद करने लगे हैं। यह अच्छी बात है कि नफरत करने वाले भी महात्मा गांधी को याद कर रहे हैं। मैं संघ प्रमुख मोहन भागवत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से आग्रह करना चाहूंगा कि वे दिल से महात्मा गांधी को अपनाएं।
अधिकारी सस्पेंड होंगे:
समारोह में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि प्रशासन शहरों और गांवों के संग अभियान के दौरान मकानों के पट्टे देने में कोताही बरतने वाले अधिकारियों को सस्पेंड किया जाएगा। धारीवाल ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति के पास भूखंड के मालिकाना हक के सभी कागजात हैं तो उसे हर हाल में पट्टा मिलना चाहिए। अब यह बहानेबाजी नहीं चलेगी कि मौके पर बालकनी बनी हुई अथवा सेट बैक नहीं छोड़ा है। सरकार ने पट्टे जारी करने के लिए नियम सरल बना दिए हैं। धारीवाल ने कहा कि अब भूखंड के पुनर्गठन, नामांतरण का काम भी बहुत सरल कर दिया गया है। अभियान के दौरान जो पट्टे जारी होंगे, उन पर बैंकों से लोन भी लिया जा सकेगा।
मोबाइल एप लॉन्च:
समारोह में राजस्थान हाउसिंग बोर्ड का मोबाइल एप भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लॉन्च किया। बोर्ड के आयुक्त पवन अरोड़ा ने कहा कि इस एप से बोर्ड के मकानों, भूखण्डों की नीलामी आदि की जानकारी तो हो ही सकेगी साथ ही आबादी क्षेत्र में कितने आवासों की जरूरत है, इसका भी पता चल सकेगा।
भाजपा के विधायक किरोड़ी के साथ नहीं:
समारोह में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि जयपुर में भाजपा के सांसद किरोड़ी लाल मीणा शहीद स्मारक पर जो धरना दे रहे हैं वह बेमानी है। मीणा ने भाजपा के सभी 78 विधायकों धरने में शामिल होने का निमंत्रण दिया है। लेकिन भाजपा के विधायक मीणा के साथ नहीं है। भाजपा के विधायकों का कहना है कि मीणा तो ऐसे ही घूमते रहते हैं। डोटासरा ने कहा कि रीट परीक्षा को रद्द करने का सवाल ही नहीं उठता। रीट की परीक्षा पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से हुई है, जहां तक नकल करने की शिकायतों का सवाल है तो भाजपा शासन में भी ऐसी शिकायतें सामने आती रही हैं। डोटासरा ने कहा कि रीट का परिणाम 31 हजार युवाओं को नौकरी देने वाला है। ऐसे में परीक्षा को रद्द नहीं किया जा सकता।