*महामहिम के नाम सौपा ज्ञापन*
सिवनी/ सँयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय काल के परिपालन में आज बाबा साहब प्रतिमा के समक्ष एक सैकड़ा से अधिक किसानो ने एक दिवसीय धरना दिया व महामहिम राष्ट्रपति व स्थानीय जिले वासियों की जनसमस्याओं को लेकर महामहिम राज्यपाल महोदय के नाम 17 बिंदुओं का ज्ञापन सौपा है। ज्ञापन पश्चात किसानों ने एक स्वर में संकल्प लिया है कि अपने लक्ष्य को संवैधानिक मर्यादा के अंतर्गत निरन्तर संघर्ष जारी रखने एवं शोषण मुक्त देश प्रदेश का नवनिर्माण करने और राजनीतिक दलों के चोदराहट को नकेल डालकर ही दम लेंगे ताकि हमारे बाल-बच्चे व देशवासी स्वच्छ हवा में साँसे ले सके उक्त आंदोलन को सफलीभूत बनाने में सँयुक्त किसान मोर्चा के घटक संगठन “सँयुक्त किसान समन्वय समिति” “किसान संघर्ष समिति”, ” राष्ट्रीय किसान मजदूर महासभा “, “अखिल भारतीय किसान सभा” ,”एटक” का सराहनीय सहयोग रहा। उक्त जानकारी जानकारी आन्दोलरत किसानों की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में राजेश पटेल द्वारा दी गई है।
राजेश पटेल ने बताया कि इस आंदोलन के दरम्यान आंदोलनकारी किसान रघुवीरसिंह सनोडिया के 57 वे जन्मदिवस के उपलक्ष्य में केक काटकर उपस्थित किसानों की ओर से शुभकामनाएं प्रेषित की ओर सभी ने कृषि के लिए अभिशाप बने गाजर घास का उन्मूलन करने का संकल्प लिया और आज बाजू के सभी गाजर घास का निंदाई कार्य किया। महामहिम मध्यप्रदेश को अपनी पीड़ा सुनाने जा रहे किसानों के साथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज मामा की सरकार के द्वारा दमन पूर्वक रोके जाने व आंदोलकारियों के संवैधानिक मौलिक अधिकारों के हनन की आंदोलनकारियों द्वारा घोर निंदा की गई और मांग की गई है कि जनांदोलनकारी किसानों को ससम्मान बिना शर्त रिहा किया जाए।
उक्त आंदोलन में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए प्रोटोकॉल का संदेश आंदोलनकारियों ने गाँव गाँव पहुँचाने का संकल्प लिया है।और बुलन्द नारों के साथ आज के एक दिवसीय धरना आंदोलन के समापन की घोषणा ज्ञापन देने के बाद की गई लड़ेंगे जीतेंगे निकलों खेत खलिहानों से नजर मिलाकर सवाल करो झूठे वादा खोर बेईमानों से।आज के आंदोलन का संचालन कामरेड अली एम आर खान द्वारा किया गया जिसमें रघुवीर सिंह सनोडिया, राजेन्द्र जयसवाल ,डॉ.राजकुमार सनोडिया ,परसराम सनोडिया ,राजेश पटेल ॐ प्रकाश बुड्ढे जयदीप बैस अफजाल खान रामकुमार सनोडिया ,हुकुम सनोडिया तीरथ सनोडिया,किरण प्रकाश यीशु प्रकाश व अन्य डेढ दर्जन किसान पुत्रो ने अपने अपने उदगार व्यक्त किये।