लारेंस विश्नोई गैंग का आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ याराना निकलकर सामने आया है। विश्नोई गैंग अब आतंकी दाउद इब्राहिम गैंग की राह पर चल पड़ा है। यह स्थिति हर तरह से बहुत खतरनाक हो गई है। लारेंस की तरह ही 90 के दशक में दाउद ने भी पहले गैंग खड़ा किया और फिर आतंकी गतिविधि में शामिल हो गया। गैंगेस्टर-टेरारिस्ट कनेक्शन को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA ने गुरुवार को छह राज्यों के 32 ठिकानों पर छापा मारा है। इस छापेमारी में हथियार, पैसा, साइबर उपकरण और संदिग्ध कागजात बरामद हुए हैं। कई घंटों तक पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, चंडीगढ़ सहित उत्तरप्रदेश के ठिकानों पर छापेमारी की गई है।
हथियार और मैगजीन बरामद
गैंग और आतंकी संगठन के कनेक्श्न में एनआईए को दो पिस्टल, दो मैगजीन और साढ़े चार लाख रुपए बरामद हुए हैं। टेररिस्ट गैंगस्टर कनेक्शन मामले को लेकर तीन केस में एनआईए जांच चल रही है। इसी सिलसिले में यह छापेमारी की गई है।
तस्करी में शामिल हैं गैंगेस्टर
पंजाब से लेकर नेपाल सीमा पर इन दिनों हथियारों की ड्रापिंग बढ़ी है। एनआईए प्रवक्ता ने कहा है कि जिस तरह से जांच में चीजें सामने आई हैं। इससे साफ प्रतीत हो रहा है कि लारेंस गैंग अब आतंकियों से मिलकर हथियारों से लेकर आईईडी तक ही तस्करी कर रहा है। इन हथियारों का प्रयोग टारगेट किलिंग, अवैध वसूली से लेकर आतंकी संगठन तक कर रहे हैं।
शॉर्प शूटरों को तलाश में यहां छापा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA ने लारेंस बिश्नोई की चौधराहट को चकनाचूर करना शुरू कर दिया है। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले गुरुवार को NIA ने 20 ठिकानों पर छापा मारा। इस सिलसिले एनआईए सोनीपत भी पहुंची। यहां हत्या के मुख्य आरोपी सेरसा और प्रियवत फौजी के परिवारजनों से पूछताछ की। एनआईए ने सुबह पांच बजे ही छापा मारा। आरोपियों के ठिकानों पर पहुंचकर करीब दो घंटों तक तलाशी ली। इस दौरान महिला सुरक्षाकर्मी साथ थी।
तीन बार आ चुकी है एनआईए
अंकित और प्रियवत मूसेवाला की हत्या में यह दोनों शॉर्प शूटर थे। अंकित सोनीपत के सेरसा का और प्रियवत गढ़ी सिसाना का रहने वाला है। इसके साथ ही एजेंसी की टीम बेरी में कुलदीप उर्फ कशिश के घर भी पहुंची और यहां भी पूछताछ की। इससे पहले भी एनआईए तीन बार दोनों घरों की जांच कर चुकी है। हरियाणा पुलिस भी लगातार इन घरों पर नजर बनाए रखती है।
दो साल पहले हुई थी मूसेवाला की हत्या
पंजाब के मनसा में 29 मई 2022 को मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आया था। दो साल पहले हुई मूसेवाला हत्या की जिम्मेंदारी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली थी। बराड़ इस समय कनाडा में है और वहीं से गैंग को चला रहा है। बराड़ को यूएपीए के तहत आतंकी घोषित कर दिया गया है। इस मामले में 20 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया गया है।