जयपुर : राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के बीच मंथन चल रहा है। वही सीएम अशोक गहलोत ने मंगलवार को बीजेपी के कंधे पर बंदूक रखते हुए पायलट गुट पर एक बार फिर सियासी संकट को लेकर निशाना साधा है। गहलोत ने पिछले साल गहराए कांग्रेस के सियासी संकट की याद दिलाते हुए उन जख्मों को हरा कर दिया हैं। ऐसे में साफ जाहिर हो रहा है कि गहलोत और पायलट के बीच टिकट को लेकर खींचतान मची हुई है। जिसका संकेत उन्होंने को मीडिया में पायलट ग्रुप को निशाना बनाकर दिया है
।बीजेपी ने फैलाई विधायकों के करप्ट होने की अफवाह
दरअसल, सीएम गहलोत मंगलवार को जयपुर से दिल्ली रवाना होते समय मीडिया से बातचीत कर रहे थे। जयपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस ने विधायकों के भ्रष्ट होने की अफवाह को ज्यादा फैलाया है। उन्होंने विधायकों की पैरवी करते हुए कहा कि अगर वे भ्रष्ट होते तो 10 करोड रुपए की पहली किस्त ले लेते। इन्होंने क्यों नहीं ली। भ्रष्ट होते तो यह किस्त को ले लेते। इनको तो कोई पूछने वाला भी नहीं था। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि और जिन्होंने यह किस्त ली है, उनसे कौन पूछ रहा है।
विधानसभा सत्र बनाने की तारीख पर विधायकों की रेट बढ़ गई
सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी की ओर से विधायकों पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर पलटवार जवाब दिया। उन्होंने अपने विधायकों का पक्ष लेते हुए कहा कि यदि विधायक भ्रष्ट होते, उनके मन में लालच होता और 10 करोड रुपए मिल रहे थे, तो कौन छोड़ना चाहेगा। आरोप लगाना बड़ी आसान बात है। उन्होंने कहा कि विधायकों को 10 करोड रुपए होटल में बैठे-बैठे ऑफर हो रहे थे। लेकिन जब राज्यपाल ने विधानसभा सत्र बनाने की तारीख तय की तो उसके बाद यह रेट 10 से बढ़कर 40 करोड रुपए तक हो गई। यहां तक की विधायकों को कहा गया कि आप जितना बोलोगे उतना देंगे।
साथ देने वाले विधायकों के टिकट पर गहलोत ने दिया यह जवाब
इस दौरान पत्रकारों ने गहलोत से सवाल किया कि आप 102 विधायक, जिन्होंने सियासी संकट के दौरान साथ दिया। उनके टिकट की मांग कर रहे हैं। इस पर गहलोत ने कहा कि कुछ लोगों की विधायकों से शिकायत हो सकती है। लेकिन मैं मानता हूं कि सभी विधायक भ्रष्ट नहीं है। हमारे जो भी काम होते हैं सब विधायकों के माध्यम से होते हैं। आज हमारी सरकार की तारीफ हो रही है। यह सब विधायकों के माध्यम से हुए कार्यों के आधार पर ही हो रही है। विधायकों की अनुशंसा पर ही सरकार का काम हुआ है। जनता से तो विधायक ही जुड़ा होता है।
हमने सरकार को नहीं गिरने दिया
सीएम गहलोत ने एक बार फिर पिछले साल हुए सियासी संकट को लेकर याद दिलाया। उन्होंने कहा कि हमने बहुत मामूली अंतर से सरकार को गिरने से बचाया। गहलोत ने कहा कि उस समय ‘टच एंड गो’ का मामला था। लोगों ने विधायकों से कहा कि अगर 6 महीने भी होटल में रुकना पड़े तो, रुकिए। लेकिन सरकार नहीं गिरनी चाहिए। आपकों पीछे नहीं हटाना है।