विजय चौधरी
मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास की नई इबारत लिखने को तैयार है। सरकार निवेशकों के विश्वास को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और छोटे से लेकर बड़े उद्योगों को प्रोत्साहित कर रही है। इस समिट में कई देशों के उद्योगपति भी भोपाल पहुंच गए हैं। इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर निवेशकों की रुचि और प्रदेश सरकार की तैयारियों पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से विशेष बातचीत। मुख्यमंत्री ने बताया कि किस तरह सरकार निवेशकों का विश्वास जीतकर प्रदेश को ‘औद्योगिक हब’ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रश्न: आप लगातार निवेशकों से मिल रहे हैं और निवेशक भी पूरे देश में घूमते हैं। निवेशक के मन में क्या चाहत होती है?
मुख्यमंत्री: कई बार यह भ्रम होता है कि बड़ी छूट देने से निवेशक प्रदेश में आएंगे, लेकिन इससे ज्यादा अहम व्यवहार है। निवेशक आत्म सम्मान और सुरक्षा चाहते हैं। जब हम उनसे मिलते हैं, तो उन्हें भरोसा देते हैं और भरोसे के आधार पर ही वे निवेश का निर्णय लेते हैं। जब कोई निवेशक आ रहा है, तो समझिए कि उनका विश्वास बन चुका है।
प्रश्न: डबल इंजन की सरकार देश के 21 राज्यों में है। सभी निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं। इस प्रतिस्पर्धा में मध्यप्रदेश कहां खड़ा है?
मुख्यमंत्री: मैं इसे प्रतिस्पर्धा नहीं मानता। बाजार में कई दुकानें होती हैं, लेकिन वही चलता है जिसका व्यवहार अच्छा और गुणवत्ता उत्तम हो। हम निवेशकों की सभी जरूरतों का ध्यान रख रहे हैं और उनके अनुसार बदलाव के लिए तैयार हैं। प्रशासनिक अनुभव भी इसमें महत्वपूर्ण होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हमने यह सीखा है कि निवेशकों से अच्छा व्यवहार करें। इस सीख को आत्मसात करने मैं गुजरात भी गया और वहां की औद्योगिक नीतियों का अध्ययन कर उन्हें प्रदेश में लागू किया।
प्रश्न: आपने उद्योग नीति में बदलाव किए हैं और नई नीतियां भी लाए हैं। इसकी जरूरत क्यों पड़ी?
मुख्यमंत्री: ‘करत करत अभ्यास के जड़मत होत सुजान’, ऐसा ही हुआ है। हमने पूरे देश की नीतियों को समझा और उन्हें बेहतर बनाने में जुटे। सरकारी अड़चनों को खत्म कर एक सरलीकृत और पारदर्शी व्यवस्था बनाई है। प्रधानमंत्री ने ‘बाबूराज’ को समाप्त किया और हम भी उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। यदि ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ अच्छा होगा, तो निवेशक स्वतः ही आएंगे।
प्रश्न: निवेशकों को कोई परेशानी नहीं आए, इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी?
मुख्यमंत्री: बतौर मुख्यमंत्री, मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। मैं निवेशकों से खुलकर कह रहा हूं कि यदि किसी को कोई परेशानी हो, तो हमें बताएं, हम तत्काल सुधार करेंगे।
प्रश्न: क्या आप एलन मस्क की टेस्ला या टिम कुक की एप्पल जैसी टॉप कंपनियों को मध्यप्रदेश में लाना चाहते हैं?
मुख्यमंत्री: भारत के लिए दुनिया के दरवाजे खुले हैं, लेकिन हमें अधिक खुशी तब होगी जब हमारे उद्योगपतियों में से कोई एलन मस्क बने। बाहरी निवेशकों का स्वागत है, लेकिन हम अपने स्थानीय उद्योगों को भी प्राथमिकता दे रहे हैं। लघु और सूक्ष्म उद्योगों को प्रोत्साहित करना हमारी रणनीति का अहम हिस्सा है।