मध्य प्रदेश सरकार के निवेश आमंत्रण पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए गूगल और एनवीडिया जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने प्रदेश में निवेश करने में दिलचस्पी जताई है। बेंगलूरु में गुरुवार को आयोजित इन्वेस्ट इन मध्य प्रदेश इंटरेक्टिव सत्र के दौरान गूगल क्लाउड ने कार्यबल बढ़ाने के लिए प्रदेश में स्टार्टअप हब और सेंटर ऑफ एक्सिलेंस की स्थापना करने का प्रस्ताव रखा जबकि एनवीडिया ने मध्य प्रदेश को भारत की ‘इंटेलिजेंस कैपिटल’ के रूप में विकसित करने के लिए एक ब्लूप्रिंट बनाने की पेशकश की।
प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि तेजस विमान निर्माता हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से भी प्रदेश में रक्षा संबंधी उद्योग की स्थापना को लेकर बातचीत हुई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इंटरेक्टिव सेशन के दौरान प्रदेश को 3,200 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले जिससे करीब 7,000 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। सेशन में 5,00 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सेदारी की।
इस दौरान 30 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन बैठक हुई जिनमें लैप इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, रिलायंस कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स लिमिटेड, एन वीडिया, गूगल, डीएचएल ग्लोबल, टेक महिंद्रा, ग्रो, माइक्रोसॉफ्ट, केन्स टेक्नॉलजी और किर्लोस्कर सिस्टम्स आदि प्रमुख हैं।
यादव ने उद्योगपतियों से कहा कि मध्य प्रदेश में आईटी, एनर्जी, पर्यटन, एमएसएमई, खाद्य प्रसंस्करण, हॉर्टिकल्चर और कृषि क्षेत्र में उद्योगों की बहुत अधिक संभावनाएं हैं। औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह ने एक प्रेजेंटेशन देकर मध्य प्रदेश की निवेशक समर्थक नीतियों और योजनाओं के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश निवेश के लिए सेक्टर आधारित नीतियां बनाने वाले चुनिंदा राज्यों में शामिल है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने कहा कि आईटी, आईटीईएस सेक्टर में कोई दूसरा राज्य डेवलपर्स को इन्सेंटिव नहीं देता है लेकिन मध्य प्रदेश की सरकार यह सुविधा दे रही है।