इंदौर
इंदौर के प्राचीनतम मंदिरों में शामिल रणजीत हनुमान मंदिर में हनुमान जंयती के मौके पर मंदिर में हनुमंत वाड़ा सजाया जा रहा है। महाराष्ट्रीयन थीम में पूरा मंदिर सजाया जा रहा है जो किसी श्रीमंत(राजा) के महल की तरह दिखेगा। भगवान का जहां महाराष्ट्रीयन वेशभूषा में श्रृंगार किया जाएगा, वहीं मंदिर के भक्त मंडल के भक्त भी महाराष्ट्रीयन ड्रेस में रहेंगे। शुक्रवार रात 9 बजे रणजीत हनुमान जी का महाअभिषेक होगा। रात 11 बजे से भगवान का भव्य श्रृंगार शुरू होगा जो अलसुबह तक चलेगा।
सवा किलो घी, 5 लीटर दूध सहित पंचामृत से होगा महाअभिषेक
शुक्रवार रात 9 बजे रणजीत हनुमान का महाअभिषेक किया जाएगा। सवा किलो शुद्ध घी, सवा किलो दही, सवा किलो शहद, और सवा किलो शक्कर के साथ ही 5 लीटर दूध और शुद्ध जल से यह महाअभिषेक होगा। महाअभिषेक के बाद रात 11 बजे से भगवान का श्रृंगार शुरू होगा जो अलसुबह तक चलेगा। सुबह 6 बजे भगवान की जन्मोत्सव आरती की जाएगी।
सभी देवालयों में होगा महाराष्ट्रीयन वेशभूषा में श्रृंगार
रणजीत हनुमान मंदिर परिसर में मौजूद सभी देवालयों में देवी-देवाताओं का श्रृंगार महाराष्ट्रीयन वेशभूषा में किया जाएगा। मंदिर परिसर में विराजित देवी दुर्गा का श्रृंगार देवी अंबा बाई के रूप में तो शिव भगवान का शिव मल्हार के रूप में, राम-सीता का विठ्ठल-रुकमणी के रूप में होगा। जबकि रणजीत हनुमान भगवान भी महाराष्ट्रीयन वेशभूषा में नजर आऐंगे। वे महाराष्ट्रीयन पगड़ी, महाराष्ट्रीयन तिलक, कंठा, दुपट्टा, धोती से उनका मनमोहक श्रृंगार किया जाएगा। ज़ार्जेट प्रिंटेट कपड़े से उनके ये परिधान तैयार किए गए है।
रणजीत बाबा के सामने तैनात रहेंगे सैनिक
मंदिर में भगवान रणजीत हनुमान के सामने वाले हॉल में राज दरबार का दृश्य देखने को मिलेगा। यहां दीवान लगाए जाएंगे इसके साथ ही यहां सैनिक की वेशभूषा में भक्त मंडल के भक्त नजर आऐंगे। मंदिर के हाल को भी खास तौर पर सजाया जा रहा है। इसमें 300 मीटर लेस, एक हजार नग से ज्यादा कांच की बूटी, 700 मीटर कपड़ा, 2 बाय 2 की दो हजार रनिंग फीट की लकड़ी से हनुमंत वाड़ा का स्वरुप दिया जा रहा है। मंदिर के अंदर महल की तरह तलवार, ढाल, भाले, हाथी (शो-पीस), बड़े घडे़ सहित अन्य चीजें नजर आएगी।