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*अंडे की हेल्दी रेसिपीज : स्वाद के साथ करें वेटलॉस*

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        ~ रीता चौधरी

वजन घटाने के लिए व्यायाम के साथ-साथ आपको अपनी डाइट पर भी खास ध्यान देने की जरूरत होती है। फिटनेस प्रेमी अक्सर वजन कम करने के लिए प्रटीन से भरपूर डाइट की सलाह देते है। जब प्रोटीन की बात आती है, तो हम अंडे को तो नहीं भूल सकते।

   अंडे प्रोटीन के साथ अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होते है। इसलिए इसे एक सूपरफूड माना जाता है। अंडे में मौजूद प्रोटीन आपको लंबे समय तक भूख लगने नही देता है। आप अंडा का ओमलेट औक उबला हुआ अंडा खाकर परेशान हो गए है तो आप हम आपको बताते है इससे दूसरी रेसिपीज बनना।

*वेटलॉस के लिए अंडे की रेसिपीज :*

 (1).

250 ग्राम पालक और टमाटर के साथ 2-3 अंडे का सफेद भाग, एक चुटकी नमक और काली मिर्च मिला लें।

   मध्यम आंच पर एक नॉन-स्टिक कड़ाही गर्म करें और उसमें एक चम्मच जैतून का तेल या कुकिंग स्प्रे डालें।

   कड़ाही में कटा हुआ पालक और चेरी टमाटर डालें और नरम होने तक भूनें।

   फेंटे हुए अंडे को सब्जियों के ऊपर डालें और पकने तक मिलाएं। यदि चाहें तो कम वसा वाले पनीर के साथ परोसें।

(2).

 2 अंडे उबालें और उन्हें छोटे टुकड़ों में काट लें।

  आधे एवोकैडो के टुकड़े करें और इसे अंडे के साथ मिलाएं।

 कटे हुए टमाटर, खीरा, जैतून का तेल और बाल्समिक सिरका की एक बूंद डालें।

नमक, काली मिर्च और धनिया जैसी ताज़ी चीजें भी डाल सकते है।

(3).

ओवन को पहले से गरम कर लें और एक बेकिंग ट्रे लें जिस पर ग्रीसप्रूफ पेपर लगा हो ताकि पकाते समय शिमला मिर्च चिपके नहीं।

   शिमला मिर्च को आधा काट लीजिये, अन्दर से बीज निकाल कर हटा लें। मिर्च को बेकिंग ट्रे पर रखें।

  कम आंच पर एक पैन गरम करें और उसमें पालक डालें और उसे नरम होने तक पकाएं। पके हुए पालक को शिमला मिर्च में डाल देंं।

शिमला मिर्च के प्रत्येक टुकड़े में एक अंडा फोड़ कर डालें। नमक और काली मिर्च भी ऊपर से डालें।

इसे पहले से गरम ओवन में करीब 20 मिनट तक पकाएं और फिर परोसें।

(4).

एक बड़े कड़ाही या फ्राइंग पैन में मध्यम आंच पर जैतून का तेल गरम करें।

बारीक कटा प्याज और कटी हुई लाल शिमला मिर्च डालें। सब्जियों के नरम होने तक, लगभग 5-7 मिनट तक पकाएं।

    लहसुन पेस्ट, पिसा हुआ जीरा, स्मोक्ड पेपरिका, पिसा हुआ धनिया और लाल मिर्च (तीखेपन के अपने पसंदीदा स्तर के अनुसार समायोजित करें) मिलाएं। खुशबू आने तक 1-2 मिनट और पकाएं।

    टमाटर का पेस्ट या टमाटर प्यूरी डालें। सभी सामग्रियों को मिलाने के लिए अच्छी तरह हिलाएं।

   स्वादानुसार नमक और काली मिर्च डालें। सॉस को मध्यम आंच पर लगभग 10-15 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं, जिससे यह गाढ़ा हो जाए और स्वाद एक साथ मिल जाए।

    प्रत्येक अंडे के लिए टमाटर सॉस में छोटे-छोटे छेद या गड्ढे बनाने के लिए एक चम्मच का उपयोग करें।

  अंडों को तवे के चारों ओर समान रूप से फैलाते हुए, अच्छी तरह फोड़ लें।

   कड़ाही को ढक दें और आंच धीमी कर दें। अंडों को टमाटर सॉस में तब तक पकने दें जब तक कि सफेद भाग सेट न हो जाए।

   एक बार जब अंडे आपकी पसंद के अनुसार पक जाएं, तो कड़ाही को आंच से उतार लें।

*घातक है वेटलॉस के लिए लैक्सेटिव :*

   इन दिनों वजन घटाने के लिए लैक्सेटिव का प्रयोग भी महिलाएं खूब कर रही हैं। इसका लगातार उपयोग करने से पहले हमें इसके बेनेफिट्स और साइड इफेक्ट की भी अच्छी तरह जांच करनी होगी।

     हिंदी में जुलाब कहा जाने वाला लैक्सेटिव एक प्रकार की दवा है। इसका उपयोग मल को ढीला करने या बोवेल मूवमेंट को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इससे कब्ज का इलाज किया जाता है। आहार संबंधी समस्याएं जैसे कि बहुत कम फाइबर, बहुत अधिक डेयरी प्रोडक्ट, कुछ दवाएं, जीवनशैली में बदलाव, तनाव, हाइपोथायरायडिज्म, आईबीएस जैसी चिकित्सीय स्थितियां कब्ज के लिए जिम्मेदार होती हैं। यदि बोवेल मूवमेंट के लिए बहुत अधिक जोर लगाया जाता है, तो यह पाइल्स या एनस प्रॉब्लम हो सकता है।

     लैक्सेटिव कब्ज दूर करने के लिए काम में लाये जाते हैं। ये आम तौर पर हानिरहित होते हैं।’

     यदि वजन घटाने के लिए लैक्सेटिव या जुलाब का प्रयोग करती हैं, तो यह कारगर नहीं हो सकता है। वास्तव में इसके प्रयोग के बाद शरीर से पानी निकल जाता है। पानी के वजन को ही व्यक्ति खोता है। इस तरह से वजन कम होना अस्थायी है। वास्तव में इससे शरीर की वसा संरचना में कोई बदलाव नहीं आता है। इसके साथ चर्बी कम नहीं की जा सकती है। शरीर के वजन का संबंध एक्स्ट्रा मल से कहीं अधिक होता है। आहार, नियमित एक्सरसाइज, एक्टिव मेटाबोलिज्म, हार्मोन, आनुवंशिकी ली जा रही दवाओं जैसी चीज़ें वजन को घटाती और बढ़ाती हैं।

     आम तौर पर स्टिमुलेंट लैक्सेटिव  का वजन घटाने के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है। यह हार्ड होता है। इसलिए लंबे समय तक इसका उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। आंत इसके प्रति हैबीचुएटेड हो सकता है, जिससे अधिक कब्ज हो सकता है। इससे प्राकृतिक रूप से मल त्याग करने की क्षमता कम हो जाती है।

     अधिक से अधिक लैक्सेटिव की जरूरत पड़ने लगती है। स्टिमुलेंट लैक्सेटिव का प्रयोग केवल तभी करना चाहिए यदि कब्ज गंभीर है या अन्य लैक्सेटिव से आपको राहत नहीं मिली।

      वजन कम करने के प्रयास में इसका लगातार उपयोग स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। लंबे समय तक रेचक या जुलाब या लैक्सेटिव का उपयोग आंत की परत को परेशान कर सकता है। यह सभी प्रकार की गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं का कारण  बन सकता है। इससे डीहाइडरेशन और इलेक्ट्रोलाइट और मिनरल असंतुलन भी हो सकता है। कैल्शियम और सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स शरीर के कई कार्यों के लिए जरूरी हैं।

      असंतुलन से चक्कर आना, बेहोशी, धुंधली दृष्टि और यहां तक ​​कि मृत्यु भी हो सकती है। ये असंतुलन असामान्य हार्ट बीट, कमजोरी, इलूजन और दौरे जैसे लक्षण भी पैदा कर सकते हैं।ऑस्मोटिक लैक्सेटिव ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है। यहां तक कि किडनी को भी स्थायी क्षति पहुंचा सकता है।

      लैक्सेटिव वजन घटाने का सही उपाय नहीं हो सकता है। लैक्सेटिव से वजन कम तो नहीं हो सकता है, उल्टे नियमित उपयोग से स्वास्थ्य संबंधी साइड इफेक्ट जरूर हो सकते हैं।

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